नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के अन्य सदस्यों ने रक्षा मामलों पर संसदीय समिति बैठक से बहिर्गमन किया है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने बुधवार को दी है।
Rahul Gandhi, Cong members walk out of meeting of Parliament panel on Defence: Sources
— Press Trust of India (@PTI_News) December 16, 2020
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी समिति के समक्ष लद्दाख में चीन की आक्रमकता और सैनिकों को बेहतर उपकरण उपलब्ध कराने से जुड़े मुद्दे उठाने चाहते थे, लेकिन समिति के अध्यक्ष जुएल उरांव (बीजेपी) ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी।
बैठक में मौजूद एक नेता ने बताया कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की मौजूदगी में समिति की बैठक में सेना, नौसेना और वायुसेना के कर्मियों के लिए वर्दी के मुद्दे पर चर्चा की जा रही थी। राहुल गांधी ने कहा कि इस पर चर्चा करने के बजाय नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों और लद्दाख में तैनात सशस्त्र बलों को मजबूत करने के बारे में चर्चा करनी चाहिए।
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समिति के अध्यक्ष ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को बोलने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद राहुल गांधी ने बैठक से वॉकआउट का फैसला किया। इसके बाद समिति की बैठक में शामिल कांग्रेस सांसद राजीव सातव और रेवंत रेड्डी भी उनके साथ बाहर चले गए। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी का कहना था कि वर्दी के संदर्भ में फैसला सेना से जुड़े लोग करेंगे और नेताओं को इसकी बजाय राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी पूर्वी लद्दाख में जारी भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर केंद्र सरकार को घेरते आए हैं। राहुल समेत पूरा विपक्ष सरकार से लगातार सवाल पूछता रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ समय पहले कहा था कि चीनी हमारे इलाके में घुस आए हैं। यह उन्हें परेशान करता है और खून खौल रहा है। राहुल गांधी ने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगते हुए कहा था कि वह सच बोलते रहेंगे, भले ही इसकी वजह से उनका राजनीतिक करियर बर्बाद हो जाए। वहीं, सरकार ने साफ किया है कि भारत की जमीन पर चीन ने कोई कब्जा नहीं किया है।