उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरीचौरा काण्ड के 100 वर्ष पूर्ण होने पर राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न प्रकार के आयोजन करने के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं।
यह समिति वर्ष पर्यन्त चलने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों, जिनमें विद्यालयों में चौरीचौरा काण्ड पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, नाटिकाएं, कविताएं, निबन्ध लेखन, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं इत्यादि जैसी गतिविधियां शामिल करने पर विचार करेगी।
श्री योगी ने रविवार शाम अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक बैठक में कहा कि अगले वर्ष देश के स्वाधीनता संग्राम के दौरान घटित चौरीचौरा काण्ड के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। अतः ऐतिहासिक तथ्यों से युवा पीढ़ी तथा जनमानस को अवगत कराने से सम्बन्धित कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी अभी से शुरू की जाए।
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उन्होने कहा कि आजादी की लड़ाई को चौरीचौरा काण्ड ने एक नई दिशा दी। उन्होंने सामाजिक सौहार्द और आजादी के भाव के परिप्रेक्ष्य में आयोजनों की परिकल्पना करने के लिए कहा। चौरीचौरा काण्ड अंग्रेजों के विरोध में हुआ था। इसमें बड़ी संख्या में किसान और मजदूर शामिल थे। उन्होंने 05 फरवरी से चौरीचौरा काण्ड और इतिहास के सम्बन्ध में जनमानस में जागरूकता लाने के कार्यक्रमों का आरम्भ करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के साथ-साथ जनमानस को अपने इतिहास को अवश्य जानना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सभी शहीद स्थलों के पुनरुद्धार के भी निर्देश दिए।
बैठक में पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकरी उपस्थित थे।