बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अतीक अहमद और उसके करीबियों पर क़ानून के साथ ही योगी सरकार का शिकंजा तेजी से कसता जा रहा है।
माफिया अतीक अहमद और उसके गुर्गों की 23 सम्पत्तियों के कुर्क करने का आदेश जारी होने के अगले दिन ही उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की सात सम्पत्तियों को भी कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। डीएम प्रयागराज भानु चन्द्र गोस्वामी ने अशरफ की सात सम्पत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है।
आरोप है कि ये सभी सम्पत्तियां अपराध से अर्जित किए गए धन से खरीदी गई हैं। ये सम्पत्तियां धूमनगंज थाना क्षेत्र के कसारी मसारी इलाके में स्थित हैं।
भाई ने किया भाई का कत्ल, शराब पीकर की थी पत्नी से अश्लील हरकत
कुछ समय पहले ही पुलिस ने इन सम्पत्तियों को कुर्क करने की डीएम प्रयागराज से अनुमति मांगी थी। इसके बाद डीएम ने गैंगस्टर एक्ट14(1) के तहत इन सम्पत्तियों को कुर्क करने का आदेश दे दिया है। यह सातों सम्पत्तियां करोड़ों की बताई जा रही हैं। इन सातों सम्पत्तियों को अगले तीन से चार दिनों में जब्त किया जा सकता है। जब्तीकरण की कार्रवाई धूमनगंज थाना पुलिस को करनी होगी। संबंधित थाने के प्रभारी ही इन संपत्तियों के प्रशासक रहेंगे। कुर्की की कार्रवाई के दौरान डुगडुगी बजाकर मुनादी भी कराई जाएगी।
अशरफ शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से साल 2005 में सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बना था। अशरफ चर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। प्रयागराज के कई थानों में उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे भी दर्ज हैं।
सपा सांसद आजम खान, पत्नी और बेटे की जन्म प्रमाण पत्र मामले में जमानत बरकार
तीन सालों से फरार चल रहे एक लाख के ईनामिया घोषित किए गए अशरफ को चार जुलाई 2020 में प्रयागराज पुलिस ने उसके ससुराल कौशाम्बी के हटवा से गिरफ्तार किया था। इसके बाद पहले उसे नैनी सेन्ट्रल जेल भेजा गया था। जहां से सुरक्षा कारणों से उसे बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया था। चार दिन पहले यानी 17 जनवरी को धूमनगंज पुलिस ने अशरफ की टोयटा कोरोला कार भी उसके बड़े भाई माफिया अतीक अहमद के चुनावी कार्यालय से बरामद कर कुर्क करने की कार्रवाई की थी।