• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

देश में संचार क्रांति के साथ संस्कार क्रांति जरुरी: आनंदीबेन पटेल

Desk by Desk
06/02/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय, लखनऊ, शिक्षा
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

भोपाल। मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्राथमिक स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के समस्त शैक्षणिक संस्थानों को प्राचीन संस्कृति एवं मूल्यों के प्रति निष्ठावान रहना होगा। संचार-क्रान्ति के साथ संस्कार-क्रान्ति भी आवश्यक है।

श्रीमती पटेल शनिवार को राजभवन लखनऊ से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 32 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी कार्यक्रम में शामिल हुए। श्रीमती पटेल ने कहा कि प्राचीन ज्ञान का सदुपयोग और राष्ट्रीय स्तर पर आधुनिकीकरण दोनों में समन्वय होना चाहिए। ताकि देश तथा संस्कृति के अनुरूप नागरिकों का पूर्ण विकास हो जो देश-समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में समर्थ हों।

राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान युग वैश्विक प्रतिस्पर्धा का युग है, इस युग में वही अग्रगामी हो सकता है, जो प्रतिस्पर्धा में खरा उतरे। उत्कृष्टता का निर्माता भी वही हो सकता है जो अपनी महान परम्पराओं का समन्वय आधुनिक तकनीकी के साथ कर पाने में सक्षम हो। शिक्षा संस्थानों से ही नागरिक शिक्षित और संस्कारित होते है। राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिये शिक्षा और तकनीकी कौशल में समन्वय आवश्यक है। इस दिशा में सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत गुणात्मक शिक्षा के लिए व्यापक स्तर पर नीतिगत बदलाव और नवाचार किए है। उन्हें धरातल पर लाने के लिए व्यापक चिंतन के साथ विश्वविद्यालय स्तर पर प्रयास जरुरी है।

श्रीमती पटेल ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को शिक्षा में नवीनता और आधुनिकता का ध्यान अवश्य रखना चाहिये। साथ ही अपनी सांस्कृतिक विरासत, समृद्ध परम्पराओं एवं शाश्वत मूल्यों की निधि का संरक्षण भी जरुरी है। शिक्षा संस्थानों को समाज और देश की ज्वलन्त समस्याओं के प्रति जागरुक और संवेदनशील और उनके समाधान में योगदान के लिए जागरुक रहना चाहिए। आज के वैश्वीकरण युग में हम शिक्षा को एकाकी नहीं छोड़ सकते हैं। उसे कुछ पाठ्यपुस्तकों तक सीमित भी नहीं रख सकते हैं। इसलिए हमारे पाठ्यक्रम ऐसे होने चाहिये जो विद्यार्थियों को सामाजिक सम्बन्धों के प्रति सचेत करे।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र का युवा वर्ग समाज के सर्वाधिक उत्तरदायी वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है। वह शक्ति व उत्साह से परिपूर्ण होता है। आवश्यकता इस बात की है कि उसे उचित दिशाबोध एवं यथायोग्य रोजगार मिल सके। इसके लिये ही सही शिक्षा और समर्थ शिक्षक आवश्यक हैं। एक पुस्तक, एक आदर्शवादी शिक्षक हजारों-लाखों युवाओं के मानस को सकारात्मक एवं रचनात्मक दिशा की ओर उन्मुख कर सकता हैं।

सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, जैश ए मोहम्मद का सरगना हिदायतुल्ला मलिक गिरफ्तार

श्रीमती पटेल ने विद्यार्थियों का आव्हान किया कि अपने ज्ञान द्वारा नैतिक मूल्यों के साथ श्रेष्ठ समाज निर्माण को दिशा प्रदान करें।अपनी मेधा और मेहनत से राष्ट्र और समाज के नव निर्माण में योगदान दे। उन्होंने कहा कि मजबूत राष्ट्र के लिए नारी शक्ति का शिक्षित, स्वस्थ और आत्मनिर्भर होना जरुरी है। सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए नारी-शिक्षा और आर्थिक स्वालंबन को विशेष महत्त्व दे रही है।

उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि कोरोना काल में भारतीय संस्कृति के जीवन मूल्यों, संस्कृति को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली है। उन्होंने कहा हमारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गौरवशाली इतिहास है। दीक्षित विद्यार्थी समाज की बौद्धिक संपदा के संवाहक है। उन्होंने कहा कि समारोह में शामिल सभी शिक्षक और विद्यार्थी भारतीय ज्ञान परंपरा की समृद्ध विरासत को संरक्षित रखने और उसे आगे बढ़ाने का प्रयास करें। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं और सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

कुलपति के डी मिश्रा ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने सामजिक-आर्थिक रुप से पिछड़े वर्ग के 26 क्षय रोगियों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य दायित्व ग्रहण किया है। इनमें से 21 पूर्णत: स्वस्थ हो गए है। अकादमिक उन्नयन के लिए भारतीय ज्ञान शोध पीठ, रानी दुर्गावती शोध पीठ और गुरु नानक शोध पीठ की स्थापना की है। विद्यार्थियों के स्वास्थ्य एवं नेत्र परीक्षण कराने के साथ ही स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जनजागरुता के कार्य किए गए है।

कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव दीपेश मिश्रा ने किया। इस अवसर पर अकादमिक सत्र 2017-18 एवं 2018-19 में उत्तीर्ण उपाधि, विभिन्न संकायों में पी.एच.डी., विद्यार्थियों को उपाधि और विभिन्न कक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, रजत पदक प्रदान किए।

Tags: anandiben patelcommunication revolutionSanskar Krantiआनंदीबेन पटेलरानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के 32 वें दीक्षांत समारोहसंचार क्रांतिसंस्कार क्रांति
Previous Post

‘मिर्जापुर’ स्टाइल में पहले युवक को गोलियों से भूना, फिर वहीं बैठकर सिगरेट सुलगाते रहे कातिल

Next Post

मोदी सरकार 2 अक्टूबर तक वापस ले तीनों कृषि कानून : राकेश टिकैत

Desk

Desk

Related Posts

PM Modi
Main Slider

हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है तो वो है…, भावनगर में बोले पीएम मोदी

20/09/2025
BJP-JDU
Main Slider

डील पक्की! BJP-JDU के बीच सीट बंटवारे पर बनी बात, इस दिन होगा ऐलान

20/09/2025
AK Sharma
उत्तर प्रदेश

नियमित बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को बिल्कुल भी ना हो परेशानी: ऊर्जा मंत्री

20/09/2025
Uncontrolled car falls into well, 4 killed
क्राइम

साधुओं से भरी कार अनियंत्रित होकर कुएं में गिरी, 4 की मौत

20/09/2025
schools received bomb threats
क्राइम

दिल्ली के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, बम स्क्वाड घटनास्थल पर पहुंचे

20/09/2025
Next Post
राकेश टिकैत Rakesh Tikait

मोदी सरकार 2 अक्टूबर तक वापस ले तीनों कृषि कानून : राकेश टिकैत

यह भी पढ़ें

पीएम मोदी PM Modi

स्वीडन और भारत के बीच प्रगाढ़ होंगे रिश्ते : पीएम मोदी

06/03/2021
Suicide

पति ने सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो डाला, पत्नी ने की आत्महत्या

30/08/2021
Pradosh Vrat

भौम प्रदोष व्रत आज, जानें पूजा-विधि एवं महत्व

11/03/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version