मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटिलिया के बाहर मिले कार में विस्फोटक और जैश-उल-हिंद की धमकी के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तिहाड़ जेल में छापेमारी की थी। धमकी देने वाले जैश-उल-हिंद के टेलीग्राम चैनल का लिंक यहीं से मिला था। स्पेशल सेल की जानकारी के आधार पर तिहाड़ जेल अधिकारियों ने एक जेल से एक सेलफोन भी जब्त कर लिया। संदेह है कि फोन का इस्तेमाल हाल ही में इस्तेमाल किए गए टेलीग्राम चैनलों के संचालन के लिए किया गया था।
स्पेशल सेल ने इंडियन मुजाहिदीन (IM) के एक आतंकी के बैरक से मोबाइल फोन सीज किया है। इससे जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर एक आतंकी तक कैसे मोबाइल फोन पहुंच गया, जबकि यह हाई सिक्योरिटी वार्ड में होते हैं।
तिहाड़ जेल में गुरुवार को शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक दिल्ली स्पेशल सेल ने जेल नंबर 8 में रेड की गई थी, जिसके बाद IM के आतंकी तहसीन अख्तर के बैरक से मोबाइल सीज हुआ है। इसी मोबाइल से टेलीग्राम चैनेल एक्टिवेट किया गया था। तहसीन अख्तर पटना के गांधी मैदान में PM नरेंद्र मोदी की रैली में बम धमाके, हैदराबाद में ब्लास्ट, बोधगया बम धमाकों में शामिल रहा है। तहसीन अख़्तर के बैरक से जो मोबाइल बरामद किया गया उस मोबाइल में टोर ब्राउजर के जरिए वर्चुअल नम्बर क्रिएट किया गया। फिर टेलीग्राम अकाउंट बनाया गया, उसके बाद धमकी भरा पोस्टर/मैसेज तैयार किया गया।
तहसीन अख़्तर को जेल से रिमांड पर लेकर स्पेशल सेल पूछताछ करेगी। एक दूसरा नम्बर भी स्पेशल सेल के रडार पर है। यह नंबर सितंबर में एक्टिवेट हुआ था और फिर बाद में बंद कर दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक 2 मोबाइल नंबर फर्जी दस्तावेजों के जरिए खासतौर पर तिहाड़ में बंद कुछ लोगों के लिए खरीदे गए थे। सवाल इस पर भी उठ रहे हैं कि तिहाड़ जेल में ये मोबाइल नंबर्स और मोबाइल कैसे पहुंचे. इसकी जांच भी स्पेशल सेल कर सकती है।