• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

देवा शरीफ की होली के है अपने ही रंग, देश के सभी धर्म के लोग होते है रंगों में सराबोर

Writer D by Writer D
29/03/2021
in Main Slider, उत्तर प्रदेश, ख़ास खबर, बाराबंकी
0
deva sharif

देवा शरीफ की होली के है अपने ही रंग

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिन्दू -मुस्लिम एकता की मिशाल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सटे जिले बाराबंकी के देवा शरीफ की अनूठी होली के अपने ही रंग हैं और देश कोने कोने से होली खेलने आते हैं यहां सभी धर्म के लोग।

होली रंगों भरा त्यौहार है । यह त्यौहार हर जगह अपने अंदाज से मनाया जाता है । मथुरा वृन्दावन और बरसाने की होली को देखने के लिए तो विदेशों से पर्यटक भी आते है । होली को लोग आपसी भाई चारे का त्यौहार भी मानते है बरसाने की लट्ठ मार होली तो पूरे देश विदेश में विख्यात है।

मगर अभी बात बाराबंकी स्थित सूफी संत हाजी वरिश अली शाह की मजार पर खेली जाने वाली होली । रब है वही राम है का संदेश देने वाले सूफी संत हाजी वारिश अली शाह की दरगाह पर खेली जाने वाली होली में धर्म की सीमायें टूटती नज़र आती है। यहाँ हिन्दू -मुस्लिम एक साथ होली खेलकर, एक दूसरे के गले मिलकर होली की बधाई देते हैं।

लालजी टंडन के बिना चौक में पहली बार मनाई गई होली, लखनऊ में जमकर उड़ा गुलाल

देश भर से हिन्दू ,मुसलमान ,सिख यहाँ आकर एक साथ हाजी वारिश अली शाह की दरगाह पर होली खेलते है । रंग ,गुलाल और फूलों से विभिन्न धर्मों द्वारा खेली जाने वाली होली देखने में ही अदभुत नज़र आती है । सैकड़ो सालो से चली आ रही इस अनूठी होली को दिल्ली से लगातार 30 वर्षों से खेलने आ रहे सरदार परमजीत सिंह बताते हैं कि वह होली पर अपने घर में कैद हो जाया करते थे मगर 30 साल पहले जब यहाँ होली खेलने आये तो यहाँ के बासन्ती रंग में रंग गए और शायद जीवन भर यह रंग उतरने वाला है नही वहीं मिर्जापुर से होली खेलने आयी महिला ने बताया कि हाजी वारिश अली शाह के सन्देश जो रब है , वही राम के संदेश से इतना प्रभावित हुई कि वह अब हमेशा यहाँ होली खेलने आती हैं।

सैफई में रंगोत्सव में दिखी दूरी, अखिलेश-शिवपाल का अलग-अलग सजा मंच

यहाँ होली पिछले 100 वर्षों से अधिक समय से खेली जा रही है। पहले यहाँ इतनी भीड़ नही होती थी और कस्बे के ही लोग यहाँ वारिस सरकार के कदमों में रंग गुलाल चढ़ाते थे । समय के साथ यहाँ होली का स्वरूप बदल गया और बाहर से भी यहाँ लोग होली खेलने आने लगे ।

Tags: #happy Holideva sharifHoliholi 2021holi celebrationholi celebration in upholi wishesup news
Previous Post

लालजी टंडन के बिना चौक में पहली बार मनाई गई होली, लखनऊ में जमकर उड़ा गुलाल

Next Post

कान्हा की नगरी में जारी है होली का हुड़दंग, रंगों में सराबोर हैं श्रद्धालु

Writer D

Writer D

Related Posts

Sunscreen
फैशन/शैली

सनस्क्रीन से चेहरा दिखने लगता है सफेद और चिपचिपा, तो फॉलो करें ये टिप्स

29/09/2025
aloo-paneer koftas
खाना-खजाना

नवरात्रि के भोजन में बनाए स्वादिष्ट आलू-पनीर के कोफ्ते

29/09/2025
Sharadiya Navratri
Main Slider

शारदीय नवरात्रि व्रत का पारण कब है? जानें नियम

29/09/2025
broken cups
Main Slider

बेकार सामान से बनाएं घर की सजावट के लिए सामान

29/09/2025
The most attractive aspect of UPITS is the food court.
उत्तर प्रदेश

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में ‘यूपी का स्वाद’ बेमिसाल, जायकों के संग उमड़ी भीड़

28/09/2025
Next Post
holi

कान्हा की नगरी में जारी है होली का हुड़दंग, रंगों में सराबोर हैं श्रद्धालु

यह भी पढ़ें

बिहार चुनाव Bihar Election

बिहार चुनाव : चुनाव आयोग के बयान से मिला संकेत, कभी भी और कहीं भी पलट सकती है बाजी?

10/11/2020
UP State Backward Classes Commission

यूपी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन, पूर्व सांसद बनाए गए अध्यक्ष

30/08/2024
dhami

मुख्यमंत्री धामी  ने जागेश्वर मेले का किया उद्घाटन, कई योजनाओं का लोकार्पण

16/07/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version