गोरखपुर में पुरवैया हवा के चलते हवा की गुणवत्ता खराब कर दी है। औद्योगिक क्षेत्र ही नहीं रिहायशी इलाकों में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर जा पहुंची है। पिछले कुछ दिनों से गीडा औद्योगिक क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 200 के ऊपर बना हुआ है। खबरों की माने तो अगले दो तीन दिन इससे राहत मिलने की संभावना भी नहीं है।
ऐसे में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। हवा की गुणवत्ता के लिहाज से एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 तक स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है।
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दरअसल जब भी पुरवैया हवा चलती है तो उसमें नमी की मात्रा काफी बढ़ जाती है। ऐसे में हवा को प्रदूषित करने वाले तत्व वायुमंडल के निचले स्तर पर ही हवा में घुले हुए रहते हैं। जबकि इसके उलट पछुवा हवा पूरी तरह से शुष्क रहती है और हवा को प्रदूषित करने वाले तत्व एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ट्रांसपोर्ट हो जाते हैं।
पिछले कुछ दिनों से न सिर्फ ऊपरी वायुमंडल में बल्कि निचले वायुमंडल में भी पुरवा चल रही है। इसकी वजह से हवा में नमी की मात्रा बढ़कर 50 प्रतिशत से भी ज्यादा हो गई है और वायु प्रदूषक तत्व हवा में तकरीबन एक ही जगह पर टिके रहते हैं।