उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति के लिए किए गए फर्जीवाड़े की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी की संलिप्तता की जांच करायी जाए।
श्री लल्लू ने रविवार को जारी बयान में कहा कि पूर्व से ही दूसरे विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत मंत्री के भाई कैसे आर्थिक रूप से कमजोर हो सकते हैं। उनके द्वारा किसकी सिफारिश पर जिला प्रशासन से निर्धन आयवर्ग का प्रमाणपत्र प्राप्त किया गया इसकी जांच भी आवश्यक हो गयी है।
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यह नियुक्ति पूरी तरह से एक फर्जीवाड़ा है क्योंकि इसमें गलत तथ्यों के साथ बड़ी सिफारिश के साथ प्रमाणपत्र प्राप्त करने के साथ सामान्य वर्ग के निर्धन आयवर्ग के अभ्यर्थी का अधिकार हड़पा गया है।
बेसिक शिक्षा मंत्री के भाई की नियुक्ति तत्काल रद्द किए जाने की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह गरीबों व सामान्य वर्ग के आरक्षण पर सत्ता में बैठे लोगों की मिलीभगत से उनके हक पर दिनदहाड़े डाला गया डाका है। एक तरफ उत्तर प्रदेश में लाखों युवा रोजगार के लिये दरबदर भटक रहे हैं, दूसरी तरफ आपदा में अवसर तलाशने वाले नौकरी हड़प रहे हैं।