उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित ग्रुप बी एवं सी के पदों पर भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के तीन सरगना और एक साल्वर सहित चार लोगों को कौशाम्बी जिले के मंझनपुर इलाके के ओसा चौराहे से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने मंगलवार शाम यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, द्वारा ग्रुप बी एवं सी के पदों पर भर्ती के लिए आफलाइन लिखित परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस सम्बन्ध में अभ्यर्थियों को बहला-फुसलाकर धनउगाही का प्रयास करने, मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर बैठाने, ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से परीक्षा की सुचिता को भंग करने, प्रश्न पत्र लीक कराने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध एसटीएफ की विभिन्न टीमों को ठोस कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में प्रयागराज एसटीएफ की फील्ड इलाके के पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में टीम को अभिसूचना संकलन के लिए लगाया गया था।
उन्होंनें बताया कि एसटीएफ के निरीक्षक केसी राय के नेतृत्व में गठित टीम ने कौशाम्बी क्षेत्र में सूचना संकलन में व्यस्त थी, कि सूचना मिली कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित ग्रुप बी एवं सी के पदों पर भर्ती के लिए आज हो रही परीक्षा में विभिन्न तरीके से नकल कराने वाले गिरोह के कुछ सदस्य ओसा चौराहा मंझनपुर कौशाम्बी पर एकत्रित होकर योजना बना रहे है। इस सूचना पर एसटीएफ की टीम बताये गये स्थान पर पहुंची और साल्वर गिरोह के सरगना प्रयागराज निवासी राहुल सिंह, अभिषेक सिंह और उदय शंकर सिंह के अलावा बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले साल्वर पंकज कुमार काे अपराह्न गिरफ्तार कर लिया।
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प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से चार ब्लूटूथ माईक डिवाइस, इलेक्ट्रानिक सिम कार्ड डिवाइस लगी शैंडो बनियान , छह मोबाइल फोन, प्रश्न पुस्तिका, ओएमआर शीट मूल प्रति एवं अन्य कागजात और फर्जी
आधार कार्ड के अलावा ब्लैंक चेक, 43 मोबाइल स्क्रीन शाॅट और 24 हजार रूपये बरामद किए। पूछताछ पर गिरफ्तार आरोपियों राहुल सिंह, अभिषेक सिंह व उदय शंकर सिंह ने बताया गया कि हम लोग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करके पास होने वाले जरूरतमंद अभ्यर्थियों की तलाश करते है तथा मूल अभ्यर्थी की जगह साल्वर बैठाने का भी काम करते है। केन्द्र पर सेटिंग करने के साथ-साथ पेपर आउट कराकर परीक्षा केन्द्रों पर मूल अभ्यर्थियों के पास नकल की पर्ची एवं नकल की अन्य सामग्री भिजवाने का भी काम करते है।
उन्होंने बताया कि साथ ही साथ ब्लूटूथ एवं अन्य डिवाइस के माध्यम से नकल कराने का भी प्रयास करते है। इसके एवज में हर पद एवं परीक्षा के लिये अलग-अलग दर से पैसे लिए जाते है। इसमें हमारा साल्वर भी होता है, पेपर आउट कराने वाला भी होता है तथा फोटो मिक्सिंग कर फर्जी आधार कार्ड, फर्जी एडमिट कार्ड व अन्य आईडी तैयार करने वाला भी है। आज हम लोगों ने मूल अभ्यर्थी दीपक सिंह निवासी ग्राम धाऊ प्रयागराज की जगह पंकज कुमार (प्राक्सी कण्डीडेट) निवासी ग्राम भगवानपुर जिला रोहतास, बिहार को परीक्षा केन्द्र कौशाम्बी में परीक्षा देने के लिए बैठाया गया था और पकड़ लिया गया। इसके अलावा वाराणसी, कानपुर में भी द्वितीय पाली में परीक्षा के लिए साल्वर बैठाने की योजना थी लेकिन इसके पहले ही गिरफ्तारी हो जाने के कारण पूरी योजना विफल हो गयी।
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प्रवक्ता ने बताया कि उपरोक्त परीक्षा के लिए दीपक सिंह से हम लोगों को डेढ़ लाख रूपये मिले थे। साल्वर को 40 हजार रूपये पर लाया गया था। साल्वर पंकज कुमार ने पूछताछ पर बताया कि वह पटना, बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है, यहाॅ पर दीपक सिंह की जगह बैठकर मैं परीक्षा देने आया था। उसे 40 हजार रूपये पर बात तय हुई थी, जिसमें 20 हजार रूपये एडवान्स भी मिल चुका है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मंझनपुर थाने में दाखिल करा दिया। आगे की कार्रवाई स्थानीय पुलिस कर रही है।