भारत और चीन के बीच सैन्य कमांडर स्तर पर रविवार को हुई 13वें दौर की बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। भारतीय सेना ने कहा कि हमने LAC से लगे इलाकों और दूसरे विवादित हिस्सों को लेकर कई रचनात्मक सुझाव दिए, लेकिन चीनी सेना इस पर सहमत नहीं हुई।
इस वजह से 13वें दौर की बातचीत बिना किसी नतीजे के ही समाप्त हो गई। सेना ने कहा कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों के बीच बातचीत पूर्वी लद्दाख में LAC पर बने गतिरोध को खत्म करने पर केंद्रित रही। LAC के साथ ही लंबे समय से लंबित मुद्दों में दौलत बेग ओल्डी और डेमचोक इलाकों बना गतिरोध भी शामिल हैं।
सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारतीय पक्ष ने बताया कि LAC पर गतिरोध की यह स्थिति चीन की वजह से बनी है। चीनी पक्ष लगातार यथास्थिति को बदलने और द्विपक्षीय समझौतों के उल्लंघन का एकतरफा प्रयास करता रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि चीन इन इलाकों को लेकर उचित कदम उठाए, ताकि LAC के साथ ही बाकी इलाकों में शांति बहाल की जा सके।
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बता दें दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा पर गतिरोध पिछले साल पांच मई को शुरू हुआ था। तब पैंगोंग झील के इलाकों में दोनों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। सैन्य और राजनयिक वार्ता की श्रृंखला के परिणामस्वरूप दोनों पक्षों ने अगस्त में गोगरा क्षेत्र में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की।
फरवरी में दोनों पक्षों ने सहमति के अनुरूप पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों तथा हथियारों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की थी।