• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

CBI के पांच अफसरों को केंद्र ने जबरन किया रिटायर, जानें पूरा मामला

Writer D by Writer D
26/10/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राष्ट्रीय
0
CBI

CBI

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

केंद्र सरकार ने सीबीआई के 5 अधिकारियों और एक वरिष्ठ सरकारी वकील को जबरन रिटायर कर दिया है। जानकारी के मुताबिक केंद्र ने इन अधिकारियों और वकील को मौलिक नियमों के जनहित से जुड़े खंड 56 (जे) के तहत हटाया है।

रिटायरमेंट के साथ अधिकारियों को सरकार की ओर से 3 माह का वेतन और भत्तों का भुगतान किया गया है। बता दें कि रिटायर किए गए पांच अधिकारियों में से एक सहायक पुलिस अधीक्षक और चार पुलिस उपाधीक्षक हैं।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि यह ईमानदारी और कर्तव्य के प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए सीबीआई में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का हिस्सा है। मौलिक नियमों के जनहित से जुड़े खंड 56 (जे) के तहत सरकार को कम से कम तीन महीने का लिखित नोटिस देकर रिटायरमेंट देने का अधिकार है। वहीं नोटिस न देने की स्थिति में कर्मचारी को 3 महीने का वेतन और भत्ता देकर किसी भी सरकारी कर्मचारी को सार्वजनिक हित में सेवानिवृत्त करने का पूर्ण अधिकार है।

बता दें कि यह कोई पहली दफा नहीं है कि जब सरकार ने कर्मचारियों को जबरन रिटायरमेंट दी हो। इससे पहले जून 2019 में केंद्र सरकार ने ऐसा ही फैसला लिया था। दरअसल, सरकार ने आयकर विभाग के 12 सहित 27 वरिष्ठ भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारियों को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया था।

स्वरोजगार से संवरेगी पहाड़ों की आर्थिकी : डा धन सिंह रावत

सरकार ने एक जॉइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी समेत 12 वरिष्ठ आयकर अधिकारियों को भ्रष्टाचार और पेशेवर कदाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद अगस्त 2019 में सरकार ने 22 कर अधिकारियों पर भष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर दिया था।

गौरतलब है कि सरकारी सेवा में 50 साल की उम्र पूरी होने के बाद या सेवा के 30 साल पूरे करने के बाद खंड 56 (जे) के सीसीएस (पेंशन) रूल्स रिटेंशन के तहत सरकार किसी भी सरकारी सेवक को जबरन सेवानिवृत्ति देने का अधिकार रखती है। हालांकि इस संबंध में फैसला लेने से पहले सरकार कर्मचारियों के काम-काज की समीक्षा करती है। इस दौरान अगर सरकार को लगता है कि किसी कर्मचारी को सेवा से हटाने की जरूरत है तो इस संबंध में फैसला लिया जाता है।

Tags: cbiHindi SamacharNational news
Previous Post

स्वरोजगार से संवरेगी पहाड़ों की आर्थिकी : डा धन सिंह रावत

Next Post

राजधानी के 19 प्राइवेट हॉस्पिटल होंगे बंद, ये है वजह

Writer D

Writer D

Related Posts

Shubhanshu Shukla
Main Slider

शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास, अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ मिशन Axiom-4

25/06/2025
CM Bhajanlal
राजनीति

भजनलाल ने आपातकाल के समय संघर्ष करने वाले राष्ट्र भक्तों को किया नमन

25/06/2025
Pakistan Army Major Moiz Abbas Shah killed
अंतर्राष्ट्रीय

विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ने वाले पाकिस्तानी मेजर की हत्या

25/06/2025
pm modi
Main Slider

पीएम मोदी ने आपातकाल के खिलाफ लड़ाई में शामिल सभी योद्धाओं को किया सलाम

25/06/2025
oily skin
फैशन/शैली

ऑयली स्किन पर मेकअप करने के लिए लें इन टिप्स की मदद

25/06/2025
Next Post
Hospitals

राजधानी के 19 प्राइवेट हॉस्पिटल होंगे बंद, ये है वजह

यह भी पढ़ें

Mahant Narendra Giri

नई जनसंख्या नीति का महंत नरेंद्र गिरि ने किया स्वागत, मुस्लिमों से की ये अपील

12/07/2021
Teacher's Day

सीएम योगी ने बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे पर व्यक्त किया शोक

20/08/2022
sarthi

प्रदेश-स्तरीय सामाजिक-आन्दोलन ‘सारथी’ शुरू, आंदोलन का ऐप हुआ लॉंच

05/09/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version