राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की कल्पना की है। कक्षा 6 से ही कौशल विकास के माध्यम से नई शिक्षा नीति के लागू होने से नौजवानों मे आत्म विश्वास जागृत होगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे। राजस्थान के अनेक विश्वविद्यालयों मे नई शिक्षा नीति को अपने स्तर से लागू की गई है। राज्यपाल शुक्रवार को पावानगर महावीर इंटर कालेज फाजिलनगर के 75 वां स्थापना दिवस के पूरे होने पर आयोजित हीरक जयन्ती तथा पुरातन छात्र सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
बाबा राघवदास सामाजिक समरसता के प्रतीक: राज्यपाल ने कहा कि पूर्वांचल मे सबसे पहले स्वच्छता व शिक्षा की अलख बाबा राघव दास ने जगाया था। इस विद्यालय की स्थापना में बाबा के साथ यहां के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिसे स्व.रामायण राय व पं.स्व.राजमंगल पांडेय ने आगे बढ़ाने का काम किया है।इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर छात्र-छात्रा विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देकर इस संस्थान का गौरव बढ़ा रहे हैं। शून्य व दशमलव की कल्पना हमारे मनीषियों ने किया था जो आज सार्थक हो रहा है। बाबा राघव दास ने बरहज आश्रम से अनेक आंदोलनकारियों को जन्म दिया।
शिक्षा से ही विकास सम्भव: विशिष्ट अतिथि श्रम व सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि शिक्षा से ही विकास संभव है। सभी अभिभावक अपने बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूक हो तो निश्चित रूप से शिक्षा और विकास तेजी से होगा। यहां के पुरातन छात्रों ने देश प्रदेश का नाम रोशन किया है।
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विशिष्ट अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिक्षा निति के माध्यम से समाज को जड़ तक जोड़ने की सोच पर कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद देवरिया डाॅ.रमापति राम त्रिपाठी ने किया।
अतिथियों को प्रबन्धक व पूर्व सांसद राजेश पांडेय और प्रधानाचार्य डा.अक्षयबर पांडेय ने अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ,जटाशंकर त्रिपाठी, गंगा सिंह कुशवाहा,जिला पंचायत अध्यक्ष सावित्री जायसवाल ने राज्यपाल का स्वागत किया।