घाटमपुर कोतवाली के रंजीतपुर गांव में बीती 17 तारीख को हुई हत्या का रविवार घाटमपुर पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में एक मास्टर माइंड साधु भी शामिल है।
जानकारी के अनुसार, साधुराम गिरी घाटमपुर कोतवाली के रंजीतपुर गांव का रहने वाला एक बुजुर्ग है। गांव के बाहर कुटिया बनाकर भाग्यवती व उसका भांजा सर्वेश के साथ रह रहा था। परिजनों की माने तो गाव के मुंशीलाल के साथ साधु राम गिरी का पट्टे की जमीन को लेकर कोर्ट में काफी समय से विवाद चल रहा था।
जिसके चलते आये दिन दोनों में नोंकझोक हुआ करती थी। बीती 17 तारीख रात साधुराम गिरी कुटिया की बजाए कही दूसरी जगह पर सोने के लिए चला गया था। वही, कुटिया में भाग्यवती व उनके रिश्तेदार का बेटा सर्वेश अलग-अलग चारपाई पर सो रहे थे। कि तभी रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए कुछ अज्ञात बदमाशों ने भाग्यवती का मुंह बिस्तर से दबाते हुए सर्वेश के सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
जिसके चलते सर्वेश की मौत हो गई थी। वही घटना को अंजाम देने के दौरान आरोपी मौके से फरार हो गए। वही मामले की जानकारी होते स्थानीय लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो गई थी। वहीं पीड़ित परिवार ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी थी।
जमीन पाने के लिए साजिश रच वारदात को दिया अंजाम
क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार दुबे ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि साधु रामगिरी का कोर्ट में जमीनी विवाद गांव के ही मुंशी से काफी समय से चल रहा था। जिसका कोर्ट द्वारा जल्द ही फैसला किया जाना था। कोर्ट के फैसले व जमीन खो जाने के डर से रामगिरी ने भूमिका बनाते हुए व मुंशी लाल को फसाने के चलते गांव के ही युवक सुदर्शन को दस हजार रुपये देकर घटना को अंजाम देने के लिए कहा था।
बीती 17 तारीख रात रामगिरी गांव के ही एक मकान में सो गया और सर्वेश को कुटिया के बाहर चारपाई पर सुला दिया। तभी सुदर्शन ने देर रात सर्वेश पर धारदार हथियार से हमला करते हुए उसको मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने टीम गठित करते हुए सर्विलांस की मदद से व बयानों के आधार पर रामगिरी ने पूछताछ करना शुरू कर दी थी। जहां पुलिस ने पूछताछ के दौरान रामगिरी ने अपना जुर्म कबूलते हुए पुलिस को हत्या कराए जाने की पूरी बात बताई। पुलिस ने सुदर्शन के घर से आलाकत्ल कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।