Iवाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्टार्टअप कार्यक्रम को गति देने के लिए वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय गंभीर है।
वाराणसी में ग्रामीण महिलाओं के इनोवेटिव आइडिया को एक मंच प्रदान करने के लिए रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क, बसनी में आईसीटी आधारित “सखी लैब – एक कदम उम्मीद का” (वन स्टॉप सॉल्यूशन) का शुभारंभ 19 जनवरी को होगा।
प्रोग्राम कोआर्डिनेटर इन्द्रसेन पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि डीएसआईआर के सहयोग से साई इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट ने ग्रामीण महिलाओं के हुनर को ग्लोबल पहचान देने के लिए लैब बनाया है।
ये लैब न सिर्फ महिलाओं के हुनर को तरासकर उन्हें आगे बढ़ाएगा। बल्कि उनकी खुद की पहचान को तकनीक के सहारे एक ग्लोबल पहचान देगा। लैब से नई तकनीक के माध्यम से महिलाओं के हुनर से लेकर उनके खुद का व्यवसाय स्थापित करने में जहां सहायता मिलेगी।
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वहीं उत्पाद के मार्केटिंग के साथ उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं आत्मसम्मान में बढ़ोत्तरी भी होगी। उन्होंने बताया कि आईसीटी आधारित ‘सखी लैब’ का शुभारम्भ सहायक आयुक्त, हैंडलूम एवं टेक्सटाइल, अरुण कुमार कुरील, गोपेश मौर्या, सहायक निदेशक, हेंडीक्राफ्ट, विकास आयुक्त, टेक्सटाइल मंत्रालय करेंगे।