भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए बुधवार का दिन विशेष महत्व रखता है। किसी भी कार्य में सफलता पाने के लिए लिए भी बुधवार का दिन शुभ माना गया है।
जिस प्रकार किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश का आवाहन किया जाता है। ठीक उसी प्रकार से बुधवार का दिन भी विघ्नहर्ता भगवान गणेश का है।
इस दिन किसी शुभ कार्य को यदि आप करते हैं तो वह अवश्य पूरा होता है। बुधवार के दिन गणपति की उपासना से कार्यसिद्धि तो होती ही है साथ ही मनोकामना भी पूरी होती है।
शास्त्रों में माना गया है कि इस दिन कुछ ऐसे मंत्र हैं जिनके जाप से गणपति को प्रसन्न कर बल-बुद्धि और ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है। यदि आप सुबह के समय इन मंत्रों का जाप कर लें तो अति शुभ होगा। अथवा गोधूलि बेला (सूर्यास्त के ठीक पहले) के समय पूजन के दौरान भी इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। मंत्र जाप करते समय भगवान गणेश की मूर्ति के सामने अक्षत, पुष्प, वस्त्र, रोली रखें और चढाएं।
मंत्र
दुर्वा करान्सह रितान मृतन्मंगल प्रदान।
आनी तांस्तव पूजार्थ गृहाण परमेश्वर।।
भगवान गणेश को मोदक अति प्रिय है इसलिए इन्हें मोदक का भोग लगाने से मनोकामना पूर्ति में किसी प्रकार का विघ्न नहीं आता है। पूजा के बाद घी के दीप जलाकर आरती करें।