भगवान गणेश को शुभता का प्रतीक माना जाता है। आप अपने मुख्य द्वार (main gate) पर भगवान गणेश (Ganesh) का चित्र या मूर्ति लगा सकते हैं। बस एक बात का ध्यान रखें कि उन्हें घर के अंदर की तरफ लगाएं। बाहर लगाने से धन हानि होने लगती है।
घोड़े की नाल को मुख्य द्वार पर लगाना शुभ होता है। घोड़े की नाल का सीधा संबंध शनि से होता है। ध्यान रखें घोड़े की नाल घोड़े के पैर में इस्तेमाल की जा चुकी हो वही लगाएं नई नहीं लगाना चाहिए। घोड़े की नाल शुक्रवार की रात सरसों के तेल में डूबो कर रखें और शनिवार के दिन यू आकार में लगाएं। इससे घर का क्लेश दूर होता है।
मंगल कलश सम्पन्नता, शुक्र और चंद्र का प्रतीक माना जाता है। मुख्य द्वार पर चौड़े मुंह का कलश पानी भरकर रखें जिसमें कुछ फूल भी डाल दीजिए। ऐसा करने से घर में सम्पन्नता आती है और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं करती।
स्वास्तिक को घर में लगाना या बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है। स्वास्तिक से किसी भी जगह की ऊर्जा को संतुलित किया जाता है। लाल रंग का स्वास्तिक घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ लगाएं और नीले रंग का स्वास्तिक दोनों के बीच में लगाएं। ये विशेष प्रभावशाली माना जाता है।
वंदनवार सबसे शुभ आम के पत्तों का माना जाता है। आम के पत्तों में सुख आकर्षिक करने की क्षमता होती है। साथ ही इसकी विशेष प्रकार की सुगंध मन की चिंता को दूर कर देती है।