मथुरा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandiben Patel) सोमवार दोपहर दो दिन के दौरे पर मथुरा पहुंची यहां उन्होंने पंडित दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह में छात्र छात्राओं को डिग्री और मैडल प्रदान किये।
उन्होंने (Anandiben Patel) कहा कि सफलता यदि जीवन में चाहिए तो अपने जीवन और कार्यों में स्वयं को इसके योग्य सिद्ध करें, कृषि (Agriculture) और पशुधन (Livestock) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, देश में बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। हमको इन चुनौतियों से निपटने के लिए धरातल पर कार्य करना होगा।
सोमवार को राज्यपाल के मथुरा पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति और जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने विश्वविद्यालय में बने हेलीपैड पर उनका पुष्प देकर स्वागत किया तथा पुलिस की टीम ने उनका गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मान किया। इसके बाद राज्यपाल विश्वविद्यालय के सभागार में पहुंची। जहां उन्होंने दीक्षांत समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
इसके बाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान किया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने छात्रों को जीवन में सफलता के मूल मंत्र देते हुए कहा कृषि और पशुधन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। कृषि के साथ-साथ पशुधन को बढ़ावा देने के लिए वेटेरिनरी विश्वविद्यालय को काम करना चाहिए। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। आज स्थिति ये है कि दुध डेयरी पर जा रहा है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार समेत कइ राज्यों में यही स्थिति है। इसका कारण ये है कि लोग अपना बैंक बैलेंस बढ़ाना चाहते हैं। मगर बच्चों और माताओं को दूध नहीं दे रहे हैं। इसलिये कुपोषण बढ़ रहा है।
कुपोषित बच्चे आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। कहीं 30 फीसद तो कहीं 49 फीसद बच्चे कुपोषण के शिकार हैं। हमको इन चुनौतियों से निपटने के लिए धरातल पर कार्य करना होगा। राज्यपाल ने सिक्कित राज्य का जिक्र करते हुए कहा कि पूरा सिक्कित जैविक उत्पादन कर रहा है। प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि देश में जैविक उत्पादन को बढ़ावा मिले और जब जैविक उत्पादन होगा तो बीमारियों से भी छुटकारा मिलेगा। इन सब के लिए कृषि पशु पालन विभाग, शिक्षा विभाग सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने संस्कारों पर भी बल दिया।
छात्रों से उन्होंने कहा कि वह अपने माता- पिता को न भूलें। हमेशा गुरुओं को सम्मान करें। मातृभाषा को लेकर उन्होंने कहा कि जो शिक्षा दी जाए तो मातृभाषा होगी। उन्होंने अपने संबोधन में इंदौर के गोबर प्लांट का भी जिक्र किया। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने छात्रों को मेडल प्रदान किये। इसके अलावा राज्यपाल ने कार्यक्रम में आये परिषदीय विद्यालयों के छात्रों को पुस्तक और स्वल्पाहार वितरित किया। कुलपित प्रोफेसर जीके सिंह ने विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया। कुलाधिपति ने छात्र छात्रओं को अवधि देने की अनुमति प्रदान की।