नई दिल्ली| रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण सोने (GOLD) की कीमत में तेजी देखी जा रही है। एक्सपर्ट्स का मानना कि आगे भी ये तेजी जारी रह सकती है। ऐसे में अगर आप इन दिनों सोने में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में पैसा लगा सकते हैं। सरकार आपको एक बार फिर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश करने का मौका दे रही है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम ( Sovereign Gold Bond Scheme ) 2021-22 के तहत 28 फरवरी से 4 मार्च तक सोने में निवेश का मौका मिलेगा।
Sovereign Gold Bond Scheme, सस्ता सोना खरीदने का शानदार मौका
इस बार सरकार ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) के लिए 5,109 रुपए प्रति ग्राम या प्रति बॉन्ड का भाव तय किया है। ऑनलाइन अप्लाई करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। यानी, आपको 1 ग्राम सोने के लिए 5,059 रुपए देने होंगे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) एक सरकारी बॉन्ड (Government bond) होता है, जिसे RBI की तरफ से जारी किया जाता है। इसे डीमैट के रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है। इसका मूल्य सोने के वजन में होता है। यदि बॉन्ड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है। बॉन्ड को बेचने के बाद पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% का निश्चित ब्याज मिलता है। यह पैसा हर 6 महीने में आपके खाते में पहुंच जाता है। हालांकि, इस पर स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में शुद्धता की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के मुताबिक गोल्ड बॉन्ड की कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा प्रकाशित 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक होती है। इसके साथ ही इसे डीमैट के रूप में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च भी नहीं होता है।
सोने की खरीदारी पर दोहरा लाभ, कम कीमत के साथ टैक्स बेनिफिट भी
सॉवरेन 8 साल के मैच्योरिटी पीरियड के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता। वहीं अगर आप 5 साल बाद अपना पैसा निकालते हैं, तो इससे होने वाले लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में 20.80% टैक्स लगता है।
RBI ने इसमें निवेश के लिए कई तरह के विकल्प दिए हैं। बैंक की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL) के जरिए इसमें निवेश किया जा सकता है। निवेशक को एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे और आपके डीमैट खाते में ये बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
निवेश करने के लिए पैन होना अनिवार्य है। यह बॉन्ड सभी बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के माध्यम से बेचे जाएंगे।
सरकारी योजना सोवरेन गोल्ड बॉन्ड के पांचवें चरण में निवेश की प्रक्रिया शुरू
2015-16 में जब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को लॉन्च किया गया था, तब इसका प्रति ग्राम भाव 2,684 रुपए था। इस पर 50 रुपए का डिस्काउंट था। यानी, भाव 2,634 रुपए हो गया था। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अभी जो सीरीज लॉन्च हुई है, उसका भाव 5,109 रुपए है। 50 रुपए डिस्काउंट के साथ यह भाव अब 5,059 रुपए पर पहुंच गया है। इस तरह से पिछले 6 सालों में इस स्कीम से 92% का रिटर्न मिला है।
IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (Commodity and currency) अनुज गुप्ता ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध से सोने में अभी तेजी आई है। दसके अलावा महंगाई पर कंट्रोल नहीं हो पा रही है। इसके चलते इंटरनेशनल मार्केट में सोना अगले 2-3 महीने में 2100 डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है। इससे हमारे यहां सोना 56 हजार तक जा सकता है।