नई दिल्ली| माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने भारत में अपने नए क्लाउड डेटा सेंटर का अनाउंसमेंट किया है। इस सेंटर हैदराबाद (Hyderabad) में तैयार किया जाएगा। ये भारतीय रीजन का सबसे बड़ा डेटा सेंटर भी होगा। यहां पर क्लाउड सर्विसेज, इंटरनेट ऑफ थिंक्स, गेमिंग, सिक्योरिटी जैसी कई चीजों पर काम किया जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के इस इवेंट में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और राज्य के यूनियन मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर मौजूद रहे।
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माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) अपने नए डेटा सेंटर को 2 लाख 18 हजार (54 एकड़) स्क्वायर फीट में तैयार किया जाएगा। इस तैयार करने में कितने खर्च आएगा इस बारे में कंपनी ने अभी जानकारी नहीं दी है। कंपनी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बाद डेटा सेंटर की जरूरत महसूस हुई है। ऐसे में इस सेंटर के लिए तय बजट नहीं है। इसमें लगातार निवेश होता रहेगा। कंपनी ने ये साफ किया है कि इसे हैदराबाद (Hyderabad) रीजन में ही तैयार किया जाएगा। इसे 2025 तक तैयार किया जाएगा।\
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इवेंट के दौरान माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रेसिडेंट अनंत माहेश्वरी (Anant Maheshwari, President, Microsoft India) ने बताया कि रीजन में माइक्रोसॉफ्ट के 60 से ज्यादा डेटा सेंटर हैं। जो डेली 24 ट्रिलियन से ज्यादा सिक्योरिटी सिग्नल को देखते हैं। कंपनी ने 2015 में भारत में तीन डेटा सेंटर शुरू किए थे। जिसके बाद इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत में माइक्रोसॉफ्ट के डेटा सेंटर अब दिल्ली/NCR, अहमदाबाद, कोलकाता, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई में है। वहीं, इन सभी से बड़ा डेटा सेंटर हैदराबाद में शुरू होगा।
अनंत माहेश्वरी (Anant Maheshwari) ने इंडिया लीड डिजिटल के तीन वर्ड को तीन अलग-अलग कॉम्बिनेशन के साथ एक्सप्लेन किया। उन्होंने बताया कि भारत कैसे डिजिटलाइजेशन की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश में 624 मिलियन इंटरनेट यूजर्स हैं। इसमें 448 मिलियन सोशल मीडिया यूजर्स हैं। 150 मिलियन ऑनलाइन कंज्यूमर हैं। भारत में दुनिया के सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट सिस्टम है और यहां पर सबसे बड़ा डिजिटल आइडेंटिटी ईकोसिस्टम है।
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भारत में 194 बिलियन डॉलर की आईटी इंडस्ट्रीज हैं। 12 बिलियन ऐप्स डाउनलोड हुए हैं। स्टार्टअप ईकोसिस्टम के लिए भारत दुनिया की तीसरा सबसे बड़ा देश है। यूनिकॉर्न ईकोसिस्टम में तेजी से ग्रोथ हो रही है। AI में लीडर बन चुका है। 2030 तक 800 बिलियन डॉलर से ज्यादा का कंज्यूमर डिजिटल ईकोसिस्टम होगा। 2025 तक डेटा और AI से देशी की GDP में 500 बिलियन डॉलर का योगदान रहेगा। यहां 5.2 मिलियन प्रो डेवलपर्स हैं। डेवलपर्स कम्युनिटी के लिए तीसरा बड़ा देश है।
इवेंट के दौरान कंपनी ने बताया कि देशभर में उसकी 3.40 लाख कंज्यूमर ऑर्गनाइजेशन हैं। इसके लिए वो 14 हजार पार्टनर कंपनीज के साथ काम करती है। माइक्रोसॉफ्ट के पास देश में 18 हजार एम्प्लॉई हैं। वहीं, देश में क्लाउड सर्टिफाइड एम्प्लॉई की संख्या 4.46 लाख से ज्यादा है।