नई दिल्ली। भारत (India) को रूस (Russia) से भारी डिस्काउंट पर तेल खरीदने के ऑफर पर अमेरिका (America) का बड़ा सामने बयान आया है। संयुक्त राज्य अमेरिका (US) ने मंगलवार को कहा कि अगर भारत रूस (India-Russia) से डिस्काउंट रेट पर कच्चे तेल का आयात करता है, तो वो अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। साथ ही अमेरिका (America) ने यह भी कहा कि इस तरह के कदम से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को “इतिहास के गलत पक्ष” पर रखा जाएगा।
कच्चे तेल के भाव में आई गिरावट, अब नहीं बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम
बता दें कि यूक्रेन-रूस जारी जंग (Ukraine-Russia War) के बीच भारत डिस्काउंट रेट पर रूसी तेल खरीदने पर विचार कर रहा है। सूत्रों की मानें भारत (India) को रूस (Russia) से करीब 25 से 27 प्रतिशत तक की छूट पर तेल खरीदने के ऑफर मिला है। ईटी की एक खबर के मुताबिक, इस डील के तहत भारत रूस (India-Russia) से 35 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदेगा। भारत इस डील के काफी करीब भी पहुंच चुका है। आपको बता दें कि भारत कच्चे तेल का बड़ा आयातक है और यह अपनी जरूरत का 85 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल बाहर से खरीदते हैं।
बाइडेन ने रूस पर नए प्रतिबंधों का किया ऐलान, बोले- नहीं लेंगे गैस और तेल
अमेरिका (America) और उसके सहयोगी देशों ने अमेरिका (America) से तेल खरीदने पर पाबंदी लगा दी है, इस संबंध में जब व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी से अमेरिकी प्रेस ने सवाल किया तो उन्होंने कहा, “किसी भी देश के लिए हमारा संदेश यह है, कि हमने जो प्रतिबंध लगाए हैं, हम सभी उन प्रतिबंधों का पालन करें, जो अनुशंसित हैं।” वहीं, जब भारत द्वारा रियायती कच्चे तेल की रूसी पेशकश को स्वीकार करने की संभावना के बारे में एक रिपोर्ट के बारे में पूछा गया तो व्हाइट हाउस प्रवक्ता ने कहा कि, “मुझे नहीं लगता कि यह (प्रतिबंधों) का उल्लंघन होगा।” उन्होंने आगे यह भी कहा, “लेकिन सोचें कि जब इस वक्त के बारे में इतिहास की किताबें लिखा जाएगा, तो आप कहां खड़ा होना चाहते हैं? रूसी नेतृत्व के लिए समर्थन एक आक्रमण के लिए समर्थन है, जो स्पष्ट रूप से विनाशकारी प्रभाव डाल रहा है।”
रूस भारत के साथ कारोबार को और बढ़ाना चाहता है। इसको लेकर हाल ही में रूस के उप-प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक (Deputy Prime Minister Alexander Novak) ने पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Petroleum Minister Hardeep Singh Puri) से बात की है। उन्होंने भारत को तेल और गैस सेक्टर में निवेश बढ़ाने का न्योता दिया। 11 मार्च को रूसी उप पीएम अलेक्जेंडर नोवाक ने केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात की, जिसके दौरान उन्होंने अपने तेल और गैस क्षेत्र में भारतीय निवेश को आमंत्रित किया।