भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले में शनिवार तड़के शिकारियों (Hunters) द्वारा की गई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मियों की मौत (murder ) हो गई। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह घटना राजधानी भोपाल से करीब 160 किलोमीटर दूर आरोन पुलिस थाना क्षेत्र के सागा बरखेड़ा गांव में शाहरोक रोड पर तड़के तीन बजे हुई, जब पुलिसकर्मी शिकारियों को पकड़ने गए थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गोली लगने से घायल एक व्यक्ति का शव भी पास के बिदोरिया गांव से बरामद किया गया है और माना जा रहा है वह घटना में शामिल था तथा पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मारा गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की और शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि तथा सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचने में देरी के लिए ग्वालियर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अनिल शर्मा का तबादला भी कर दिया।
शिकारियों ने SI समेत तीन पुलिसकर्मियों को बनाया अपना शिकार, गोलियों से भूनकर की हत्या
गृह मंत्री ने पत्रकारों को बताया, कुछ बदमाशों (शिकारियों) की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने पर पुलिस का एक दल गुना जिले में आरोन पुलिस थाने के तहत आने वाले एक स्थान पर पहुंचा। पुलिसकर्मियों ने बदमाशों को चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें तीन पुलिसकर्मी मारे गए।
मिश्रा ने बताया कि गोलीबारी में पुलिस सब-इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव और दो कांस्टेबल निलेश भार्गव तथा संतराम मीणा की मौत हो गई।
उन्होंने कहा, यह घटना बेहद दुखद और ह्म्दय विदारक है। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्वाई करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे एक मिसाल कायम होगी।
पुलिस विभाग और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक के बाद मिश्रा ने कहा कि घटना में शामिल सात शिकारियों और बदमाशों की पहचान कर ली गई है।
वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे पुलिसकर्मियों ने गुना में शिकारियों को रोकते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इन पुलिसकर्मियों को शहीदों का दर्जा देकर उनके परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि और प्रत्येक शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
सीएम ने की शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को एक करोड़ देने की घोषणा
शिवराज ने बताया कि घटना के बाद मौके पर देरी से पहुंचने को लेकर आईजी ग्वालियर का तबादला करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के गृह विभाग ने बाद में आईजी के तबादले का आदेश जारी किया, जिसमें शर्मा की जगह डी श्रीनिवास वर्मा को नया आईजी नियुक्त करने की जानकारी दी गई है।
शिवराज ने कहा, घटना में शामिल अपराधियों की पहचान कर ली गई है। गोलीबारी में मारे गए एक व्यक्ति का शव भी पास के गांव से बरामद किया गया है। आगे की जांच जारी है। नजीर पेश करने के लिए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्वाई की जाएगी।
इस बीच, पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस दल और शिकारियों के बीच जिस स्थान पर गोलीबारी हुई थी, वहां से चार हिरणों और एक मोर के अंग भी मिले हैं।