सनातन धर्म में कई सारी ऐसी परंपराएं सदियों से चली आ रही जिनके पीछे धार्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक तथ्य भी जुड़े हुए हैं. साथ ही जिनका आज तक पालन किया जा रहा है. इन्हीं में से एक है जब भी हम किसी शुभ काम के लिए घर से बाहर जाते हैं, तो हमारे बड़े बुजुर्ग हमें दही (curd) और चीनी (sugar) खिलाकर ही घर से बाहर भेजते हैं. क्या आपने कभी इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की है? अगर नहीं, तो चलिए जानते हैं भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष से कि क्यों घर से निकलने के पहले हमारे बड़े-बुजुर्ग हमें दही और चीनी खिला कर विदा करते हैं.
शुक्र ग्रह से संबंध
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को जीवन में सुख-शांति का कारक ग्रह माना गया है. शुक्र ग्रह का प्रिय रंग भी सफेद ही है. इसके अलावा दही का संबंध भी शुक्र ग्रह से बताया जाता है. इसलिए दही खाने से जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह की दशा मजबूत होती है. जिससे जीवन में समृद्धि आने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए घर से निकलते वक्त दही-चीनी खिलने की मान्यता है.
दही-चीनी खाने के फायदे
दही चीनी का सेवन करने से हमारे शरीर को तुरंत ग्लूकोज मिलता है. जिससे सारा दिन शरीर एनर्जी से भरपूर रहता है. दही और चीनी खाते हैं मानसिक शांति का अनुभव भी होता है. जिससे हमारे काम आसानी से सफल हो जाते हैं. यदि हम एनर्जी से भरे रहेंगे तो अपने काम को मन लगा कर सकारात्मक ऊर्जा के साथ करेंगे. जिससे उसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे. यही वजह है कि घर के बड़े बुजुर्ग हमें बाहर जाने के पहले दही चीनी खिलाते हैं.
दही खाने के लाभ
दही हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है. दही खाने से ना सिर्फ पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है बल्कि पेट से जुड़ी कई समस्याओं से छुटकारा भी मिलता है. यह पेट को ठंडा रखने में भी मदद करता है. इसके अलावा दही चीनी खाने से शरीर में भरपूर एनर्जी बनी रहती है. यही वजह है कि घर से निकलने से पहले दही चीनी खिलाने की परंपरा बहुत पुराने समय से चली आ रही है.