सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में सीएसआईआर एवं सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के मध्य मंगलवार को एमओयू साइन किया गया। जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को दोनों संस्थाओं के द्वारा वैज्ञानिक शोध में सहयोग प्रदान किया जाएगा। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के छात्र सीएसआईआर के लैबोरेटरी का इस्तेमाल कर सकेंगे एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लांच किए गए कार्यक्रम मेक इन इंडिया के अंतर्गत इनोवेशन शोध से वेस्ट मटेरियल से उपयोगी संसाधन को निर्माण किया जाएगा। डायरेक्टर वैज्ञानिक अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया किस तरीके से सीएसआईआर देश में कोरोना काल के दौरान कार्य किया। संस्था के द्वारा मास्क को बनाया गया, वेस्ट मटेरियल से नए तरीके का मटेरियल बनाया गया, जिसका उपयोग किया जा सकता है। इस क्षेत्र में स्थापित सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में सी एस आई आर के एक्सपोर्ट एवं विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों को शोध के प्रति जागरूकता के साथ स्किल्ड युक्त किया जाएगा, कुलपति प्रो. हरि बहादुर श्रीवास्तव ने कहा की इस समझौते के अंतर्गत विश्विद्यालय के छात्रों को सी एस आई आर के साथ एक्सचेंज भी किया जाएगा। आने वाले सालों में यह विश्वविद्यालय शोध का केंद्र बनेगा। इस अवसर पर सी. एस.आई.आर भोपाल के प्रिंसिपल वैज्ञानिक डॉ. सन्दीप सिंघाई, सी.एस.आई.आर वैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार गुप्ता, डीन साइंस कैम्पस प्रो. देवेश कुमार, कुलसचिव अमरेंद्र कुमार सिंह, वित्त अधिकारी अजय कुमार सोनकर, डॉ. नीता यादव, डॉ. सुनीता त्रिपाठी, डॉ.रेनू त्रिपाठी हिन्दी, डॉ. हरीश कुमार शर्मा, डॉ.सत्येंद्र दुबे, डॉ.सरिता सिंह, डॉ.मनीष कुमार शर्मा, डॉ.अनुज, डॉ.रक्षा, डॉ.प्रकृति राय, अतुल कुमार रावत, सत्यम दीक्षित, आलोक सिंह, मनोज मिश्र आदि मौजूद रहे।