नई दिल्ली। महंगाई के र्मोचे पर आम जनता को राहत देने वाली खबर है। खुदरा महंगाई के बाद थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale inflation) पर आधारित महंगाई दर नवंबर महीने में घटकर 5.85 फीसदी पर आ गई है। विनिर्मित उत्पादों, ईंधन और खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी आने से WPI आधारित थोक महंगाई दर घटकर 21 महीने के निचले स्तर पर आ गई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई दर नवंबर महीने में घटकर 21 महीने के निचले स्तर 5.85 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले थोक महंगाई दर 19 महीने तक दहाई अंकों में रहने के बाद अक्टूबर में घटकर 8.39 फीसदी पर आ गई थी जबकि नवंबर, 2021 में थोक महंगाई दर 14.87 फीसदी रही थी।
आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 1.07 फीसदी रही, जो इससे पिछले महीने 8.33 फीसदी रही थी। इस दौरान सब्जियों के दाम घटकर शून्य से नीचे 20.08 फीसदी पर आ गए है, जो अक्टूबर में 17.61 फीसदी पर थे। इसी तरह ईंधन और बिजली की महंगाई दर नवंबर में 17.35 फीसदी और विनिर्मित उत्पादों की महंगाई दर 3.59 फीसदी पर रही है।
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मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि नवंबर में थोक महंगाई दर में कमी आने की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों, मूल धातुओं, कपड़ा, रसायन एवं रासायनिक उत्पाद, कागज एवं इससे बने उत्पादों की कीमतों में गिरावट आना है। हालांकि, हाल में एनएसओ के जारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर 11 महीनों में पहली बार नवंबर में आरबीआई के छह फीसदी के संतोषजनक स्तर से नीचे रही है।