देहारादून। उत्तराखंड में चार जिलों को लेकर हिमस्खलन (Avalanche) का अलर्ट जारी किया है। यहां चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में अगले 24 घंटे में 3000 मीटर से ऊपरी क्षेत्रों में हिमस्खलन होने की संभावना है। आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि हिमपात की लगातार निगरानी की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि हिमस्खलन की कई वजहें होती हैं। ताजा बर्फबारी भी इसका एक कारण हो सकता है।
हिमस्खलन (Avalanche) के अलर्ट के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने स्पष्ट किया है और कहा- रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (DGRI) चंडीगढ़ द्वारा क्षेत्र विशेष में हिमपात की नियमित निगरानी की जा रही है। मौसम के संबंध में सुनिश्चित किया जाता है और तथ्यों के आधार पर दैनिक चेतावनी जारी की जाती है। लोगों से अपील की गई है कि किसी भी तरह की अफवाह या भ्रामक खबर न फैलाएं।
बता दें कि हाल ही में चमोली जिले के मलारी के पास धौली गंगा नदी की सहायक नदी कुंती पर हिमस्खलन हुआ था। हालांकि, जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं थी। सितंबर और अक्टूबर के महीनों में केदारनाथ घाटी में चौराबाड़ी ग्लेशियर में हिमस्खलन (Avalanche) की घटनाएं हुई थीं।
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उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में सोमवार को ताजा बर्फबारी और बारिश हुई थी। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया था कि कुमाऊं क्षेत्र काफी हद तक शुष्क बना हुआ है। गढ़वाल के बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सभी बर्फ की मोटी परत से ढके हुए हैं, जबकि इसके निचले इलाकों में जबरदस्त बारिश हुई। इसमें धंसाव प्रभावित जोशीमठ भी शामिल है।
बिक्रम सिंह ने बताया था कि 2,500 मीटर और उससे ज्यादा ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात हुआ। निचले इलाकों में बारिश हुई। देहरादून जिले के त्यूनी में 43.6 मिमी, चकराता में 40.2 मिमी, उत्तरकाशी के पुरोला में 40 मिमी और टिहरी जिले के धनोल्टी में 22 मिमी बारिश हुई है।