यूपी में सरकारी भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. उत्तर प्रदेश सरकार में अधिकारी पदों पर नियुक्ति के लिए होने वाली सबसे बड़ी परीक्षा UPPCS का पैटर्न बदला जा रहा है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली यूपी पीसीएस परीक्षा से ऑप्शनल सब्जेक्ट का कॉन्सेप्ट खत्म कर दिया गया है. ये बड़ा फैसला यूपी कैबिनेट मीटिंग में लिया गया है. Uttar Pradesh मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए कई बड़े फैसलों में से एक UPPSC Exam के संबंध में है.
यूपी सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा यानी पीसीएस की मुख्य परीक्षा में अब से Optional Subject (वैकल्पिक विषय) जरूरी नहीं होगा. इसकी जगह जनरल नॉलेज UP के पेपर जोड़ दिए गए हैं. तो अब से इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र होंगे.
UPPCS से क्यों हटा ऑप्शनल विषय?
अब सवाल है कि आखिर सरकार ने ऐसा क्यों किया? ये फैसला लेने की जरूरत क्यों पड़ी? तो जवाब है.. अभ्यर्थियों के हित में. क्योंकि ये एक बड़े विवाद का कारण था. समझिए कैसे?
यूपी पीसीएस परीक्षा में सभी संकायों के अभ्यर्थी शामिल होते हैं, ठीक वैसे जैसे UPSC सिविल सेवा या किसी और स्टेट सर्विस एग्जाम में. आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स… हर तरह के बैकग्राउंड से कैंडिडेट्स ऑप्शनल पेपर में अपने पसंद के विषय चुनते थे. अब साइंस जैसे विषयों में ज्यादा मार्क्स पाना आसान, लेकिन आर्ट्स में मुश्किल है.
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अधिकारियों ने बताया कि अंकों के इस अंतर को खत्म करने के लिए आयोग स्केलिंग की तकनीक अपनाता है. फिर भी स्केलिंग में किसी के अंक घटते तो किसी के बढ़ते हैं. इससे किसी को फायदा तो किसी को नुकसान होता है. UPPCS Scaling को लेकर 2018 की परीक्षा में बड़ा विवाद भी हुआ था. तब से अभ्यर्थियों की मांग थी कि UPPSC PCS Exam से ऑप्शनल पेपर हटाया जाए. मांगों के मद्देनजर UPPSC ने सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था, जिसपर अब मुहर लग गई है.