देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने हाल ही में घरेलू बाजार में अपनी मशहूर एसयूवी Mahindra Scorpio-N को लॉन्च किया था। आकर्षक लुक और दमदार इंजन क्षमता से सजी इस SUV ने बाजार में आते ही धूम मचा दी और ग्राहकों से इसे जबरदस्त प्रतिक्रियाएं भी मिल रही हैं। लेकिन हाल ही में इंटरनेट पर इस एसयूवी से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है, जिसमें कथित तौर पर स्कॉर्पियो-एन के सनरूफ से लीकेज (Leakage) का दावा किया जा रहा है।
दरअसल, एक यूट्यूबर ने Scorpion-N का ये वीडियो पोस्ट किया है। जिसमें एसयूवी को किसी पहाड़ी इलाके में वॉटर फॉल के नीचे खड़ा किया जाता है और थोड़ी ही देर में एसयूवी की छत से तेजी से पानी कार केबिन में गिरने लगता है। ये कोई मामूली लीकेज जैसा नहीं था, बल्कि एसयूवी में लगे रूफ माउंटेड स्पीकर्स से भी पानी की धार गिरते हुए देखी जा सकती है। इस वीडियो के सामने आने के बाद इंटरनेट यूजर्स तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, कोई इसे स्क्रीप्टेड बता रहा है तो कुछ ने महिंद्रा स्कॉर्पियो की गुणवत्ता पर ही सवाल उठाए हैं।
हालांकि अभी इस बारे में कोई पुष्टी नहीं हो सकी है, कि इस वीडियो में कितनी सच्चाई है। ये एक जांच का विषय है, लेकिन प्रथम दृष्टया ये किसी को भी सनरूप कार बायर्स को सोचने पर मजबूर देगी। जहां तक महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन के सनरूफ की बात है तो कंपनी का दावा है कि इसे हर तरह के वैदर कंडिशन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसकी फ्रेमिंग काफी बेहतर है। फिलहाल, अभी इस मामले में महिंद्रा की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया है, उम्मीद है कि जल्द ही कंपनी इसके बारे में अपनी बातों को भी सामने रखेगी।
सनरूफ कापी प्रीमियम फीचर है और इस समय ये काफी ट्रेंड में है। महिद्रा अपने Scorpio-N के Z6, Z8 और Z8L वेरिएंट में इस फीचर को देती है, जिनकी कीमत 15।64 लाख रुपये से शुरू होकर 24।05 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है। अब इतनी महंगी एसयूवी के सनरूफ से लीकेज की समस्य का सामने आना किसी भी कार खरीदार के माथे पर बल ला देगा।
सनरूफ में क्यों हो सकती है लीकेज:
सबसे पहले तो यह जान लें कि, सनरूफ कई जगहों पर लीक हो सकते हैं। सनरूफ विशेष रूप से रिसाव या लीकेज के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं, इसका एक मुख्य कारण इनका डिज़ाइन भी होता है। शीशे को छत से चिपकाए रखने के लिए आमतौर पर सनरूफ के बाहरी किनारों पर पानी को टपकने से रोकने के लिए कोई बाहरी गैसकेट नहीं होता है, इसे बस एक सील (Seal) से कवर किया जाता है।
सनरूफ सील पहली चीज है जिसपर आपका ध्यान सबसे पहले जाना चाहिए। लीकेज की समस्या काफी हद तक इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपके कार में किस प्रकार का सनरूफ दिया गया है। कुछ सनरूफ पूरी तरह से या कम से कम आंशिक रूप से पानी को रोकने के लिए सनरूफ सील पर निर्भर करते हैं, जैसा कि टी-टॉप और टार्गा टॉप के साथ होता है। वहीं कुछ सनरूफ मुख्य रूप से विंडो नॉयस को ब्लॉक करने के लिए सील पर डिपेंड होते हैं, जैसा कि स्लाइडिंग सनरूफ (Sliding Sunroofs) में देखा जाता है, और कुछ में ग्लास पर बिल्कुल भी सील नहीं लगाई जाती है, जैसा कि कुछ पैनोरमिक सनरूफ के साथ होता है।
सील एक रबर ट्रिम पीस जैसा होता है जो सनरूफ ग्लास या रूफ पैनल के बाहरी किनारों के चारों ओर रैप किया जाता है। यह सील बाहर से पानी को अंदर आने के लिए रोकता है। वहीं अगर कार के ट्रैक में ड्रेन चैनल है, तो एक सील इसे बहुत अधिक पानी भरने से रोकने में मदद करेगी। यदि सनरूफ का सील डैमेज, क्रैक या फटा हो तो पूरी संभावना है कि पानी कार के भीतर आएगा। ये बहुत तक बाहर से आने वाले वॉटर फ्लो (पानी की धार) पर भी निर्भर करता है।
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जैसा कि, महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन के लीकेज (Scorpio-N Sunroof Leakage) वीडियो में दिखाया गया है कि, SUV को सीधे वॉटर फाल के नीचे ले जाकर खड़ा कर दिया जाता है। ऐसे में तेज वाटर फ्लो भी लीकेज के प्रमुख कारणों में से एक वजह बन सकता है। हालांकि इस वीडियो में यह भी देखा गया है कि, रूफ पर लगे हुए स्पीकर्स से भी पानी गिर रहा है। इसलिए बिना जांच के इसके बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
इसके अलावा वाहन के पुराने होने पर सनरूफ पैनल और कार की बॉडी के बीच आमतौर पर गैप आ जाना सामान्य सी बात है। ज्यादा पुरानी गाड़ियों में देखा जाता है कि, बॉडी में जंग लगने से भी सील की पकड़ कमजोर होती है, जो कि पानी रिसने का एक कारण बन सकता है।