ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कुंडली में किसी ग्रह की स्थिति अशुभ है तो जातक को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वैदिक ज्योतिष में राहु (Rahu) , केतु और शनि शुभ ग्रह के रूप में जाना जाता है. यदि किसी जातक की कुंडली में राहु ग्रह अशुभ स्थिति में बैठा है तो उसका नकारात्मक प्रभाव जातक के जीवन पर देखने को मिलता है.
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु (Rahu) अशुभ परिणाम दे रहा है तो उसे कई लक्षणों से पहचान सकते हैं. साथ ही इन दोषों के प्रभाव को कम करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं जिसके बारे में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.
राहु (Rahu) की अशुभ स्थिति के लक्षण
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में है तो वह व्यक्ति नशे की लत का शिकार हो सकता है.
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु खराब हो तो उस व्यक्ति के घर की देहरी दब सकती है या खराब हो सकती है. इसके अलावा यदि घर की सीढ़ियों का गलत दिशा में बनना या टूटा-फूटा होना राहु दोष की तरफ इशारा करता है.
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु खराब स्थिति में है तो व्यक्ति छोटी-छोटी बात पर चिड़चिड़ाने लगता है. इसके अलावा वो हमेशा हर बात के लिए रोना रोते हैं और उनका भविष्य को लेकर उदासीन नजरिया बना रहता है.
- यदि किसी व्यक्ति का राहु खराब है तो उसके घर में वॉशरूम-टॉयलेट गंदा या टूटा-फूटा रहता है. इस मामले में सावधानी बरतने की आवश्यकता है.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु खराब स्थिति में है तो वह व्यक्ति जादू-टोने के चक्कर में पड़ सकता है.
राहु (Rahu) की खराब स्थिति से बचने के उपाय
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु खराब है तो उस व्यक्ति को शनिवार का व्रत करना चाहिए.
- राहु दोष कम करने के लिए अपने घर के मन्दिर में राहु यंत्र की स्थापना करें, और नियमित रूप से उसकी विधि विधान से पूजा करें. इससे काफी फर्क पड़ सकता है.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, के राहु दोष कम करने के लिए चांदी के 2 छोटे-छोट सांप बनवाकर बहते जल में प्रवाहित करें. लाभ हो सकता है.
- खराब राहु की शांति के लिए बीज मंत्र: ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का 18,000 बार जाप करना चाहिए.