कर्नाटक। ‘संकट कटे मिटे सब पीरा । जो सुमिरै हनुमत बल बीरा॥ ’ कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) में इसको मुद्दा बनाना रूझानों व परिणामों को देखें तो हनुमान चालीसा की यह चौपाई भाजपा पर भारी पड़ती नजर आ रही है।
कांग्रेस (Congress) के घोषणापत्र में बजरंग दल के जिक्र के बाद भाजपा ने ‘बजरंगबली’ के नाम पर वोट बैंक को साधना शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी जनसभाओं में बजरंगबली का जिक्र करना नहीं भूलते थे, लेकिन शनिवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रूझानों व परिणामों को देखकर तो यही साबित हो रहा है कि ‘बजरंगबली’ के नाम पर वोट मांगने का दांव उल्टा पड़ गया है।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ हो रही कांग्रेस पार्टी के नेता अब कहने से नहीं चूक रहे हैं कि बजरंग बली ने बीजेपी की लंका लगा दी है और कर्नाटक में कांग्रेस के लिए बजरंगबली संजीवनी लेकर आए हैं।
यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी की बम-बम, सपा-बीएसपी बेदम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने विधानसभा के चुनाव (Karnataka assembly election) में भारतीय जनता पार्टी की हार को कबूल कर लिया है। बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा कि ‘प्रधानमंत्री और बीजेपी कार्यकर्ताओं की तमाम कोशिशों के बावजूद हम लक्ष्य हासिल नहीं बना पाए हैं। एक बार पूरे नतीजे आने के बाद हम एक गहन मंथन करेंगे।