रत्न शास्त्र के मुताबिक राहु का रत्न गोमेद (Gomed) धारण करने से जातक कई मुश्किलों से छुटकारा पाता है। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के दुष्ट ग्रहों के प्रभाव को नष्ट करने के लिए रत्नों के उपाय बताए गए है। कुंडली में राहु को प्रसन्न रखने लिए गोमेद रत्न को बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है। कुंडली में पाप ग्रह राहु ग्रह बनते काम भी बिगाड़ देता है।
इस रत्न (Gomed) को धारण करने से जातक के जीवनशैली में कई सकारात्मक बदलाव आते हैं और कई पुरानी बीमारियों से राहत दिलाता है।
गोमेद (Gomed) धारण करने से अनजाना डर खत्म होता है और नकारात्मक ऊर्जा जातक को छू नहीं पाती
यदि किसी व्यक्ति पर राहु की ग्रह दशा चल रही है तो इस रत्न को धारण करने से उसे मुक्ति मिल सकती है।
गोमेद को लकड़ी के बुरादे से साफ करेंगे तो यह चमकने लगेगा। गोमेद धारण करने के लिए शनिवार के दिन स्वाति, आर्द्रा और शतभिषा नक्षत्र उत्तम रहता है।
जो लोग राजनीति में खुद को सक्रिय रखना चाहते हैं उनको गोमेद धारण करने से काफी लाभ होता है।
इन उपायों को करने के लिए किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह बहुत आवश्यक होता है।