सनातन धर्म में प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) का विशेष महत्व होता है। इस तिथि पर व्रत और भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है। प्रदोष व्रत पौष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस बार प्रदोष व्रत 9 जनवरी को पड़ रहा है। प्रदोष व्रत पर मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाएगा। माना जाता है कि प्रदोष व्रत के दिन महादेव की विधि-विधान से पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। अन्यथा महादेव नाराज हो जाते हैं और आपको कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) के दिन न करें ये कार्य
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) की पूजा के दौरान भगवान शिव को तुलसी, सिन्दूर, हल्दी, केतकी और नारियल जल नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से महादेव नाराज हो जाते हैं।
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) वाले दिन महिलाओं को शिवलिंग को नहीं छूना चाहिए। ऐसा करने से माता पार्वती क्रोधित हो जाती हैं।
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) के दिन किसी का भी अपमान न करें।
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) वाले दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए।
इस दिन तामसिक भोजन से दूर ही रहें।
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat)करने वालों को अन्न या चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
– प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) वाले दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। पीले और लाल रंग के कपड़े पहनना एक अच्छा शगुन है।
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) महत्व
साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी को पड़ रहा है। इस दिन मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष के नाम से जाना जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन रात्रि के समय भगवान महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। माना जाता है कि भगवान भोलेनाथ की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है।