• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कालसर्प योग से हैं परेशान, तो सोमवती अमावस्या पर करें ये उपाय

Writer D by Writer D
31/08/2024
in धर्म, फैशन/शैली
0
Kaal Sarp Dosh

Kaal Sarp Dosh

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

सनातन धर्म में अमावस्या और तिथि का महत्वपूर्ण स्थान है। इस बार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या दो सितंबर को सिद्ध व शिव योग में मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन स्नान, दान और श्राद्ध करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। भाद्रपद अमावस्या के दिन कुश (घास) एकत्र करने की परंपरा भी है। इसी के कारण इसे कुशा ग्रहणी अमावस्या कहते हैं।

सोमवार को पड़ने वाली सोमवती अमावस्या भी कहलाती है। इसे धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष माना जाता है। भादों की कुशाग्रहणी सोमवती अमावस्या पर जिनकी कुंडली में काल सर्प दोष (Kalsarp Dosh) है, वे इसके दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कुछ खास उपाय करेंगे। नर्मदा तट पर स्नान दान व पितृकर्म के लिए भी श्रद्धालुओं का तांता लगेगा।

जबलपुर के ज्योतिषाचार्य जनार्दन शुक्ला के अनुसार, भाद्रपद माह की अमावस्या का आरंभ दो सितंबर, सोमवार को सुबह पांच बजकर, 21 मिनट पर होगा। इसका समापन अगले दिन तीन सितंबर को सुबह सात बजकर 24 मिनट पर होगा। इसलिए उदयातिथि के अनुसार भाद्रपद माह की कुशाग्रहणी अमावस्या दो सितंबर को मनाई जाएगी।

अति अशुभ है कालसर्प दोष (Kalsarp Dosh)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी जातक की कुंडली में काल सर्प दोष (Kalsarp Dosh) होता है, तो उसके जीवन में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। इसे अति अशुभ दोषों में से एक माना जाता है। कुंडली में जब राहु और केतु एक घर में प्रवेश कर जाएं और उनके एकदम बीच में अन्य ग्रह बैठे हों, तो कालसर्प दोष बनता है।

काल सर्प दोष (Kalsarp Dosh) से निजात पाने के लिए भाद्रपद अमावस्या के दिन इस दिन शिव जी और नाग देवता की पूजा करने का विधान है। कुछ खास उपाय भी अपनाए जाते हैं।

कई गुना अधिक फल

ज्योतिषाचार्यो के अनुसार इस साल भाद्रपद कुशाग्रहणी अमावस्या दो शुभ योगों में पड़ेगी। इस दिन शिव योग और सिद्ध योग बन रहे हैं। इस दिन सुबह सूर्योदय से लेकर शाम के 6 बजकर 20 मिनट तक शिव योग रहेगा। इसके बाद सिद्ध योग रहेगा।

शिव योग को लेकर मान्यता है कि इस योग में पूजा-पाठ करने से देवी- देवताओं की विशेष कृपा प्राप्ति होती है। इस योग में पितरों का विधि विधान के साथ श्राद्ध और तर्पण करने से पितृ दोष से भी छुटकारा मिलता है। इन दोनों योग में पूजा करने से कई गुना अधिक फल की प्राप्ति होती है।

Tags: AstrologyKalsarp doshsomvati-amavasya
Previous Post

सोमवती अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम, लग जाएगा पितृ दोष

Next Post

इस दिन से शुरू हो रहे हैं पितृ पक्ष, नोट कर लें श्राद्ध की तिथियां

Writer D

Writer D

Related Posts

De Tan
फैशन/शैली

फेस पर न करें इन चीजों का इस्तेमाल, स्किन को होगा नुकसान

28/06/2025
Makhana Chaat
खाना-खजाना

नाश्ते का जायका बढ़ा देगी डिश, स्वाद में लजीज और पौष्टिकता से भरपूर

28/06/2025
Tari Poha
खाना-खजाना

आज ट्राई करें ये फेमस डिश, सभी को पसंद आएगा इसका स्वाद

28/06/2025
Besan Bhindi Masala
खाना-खजाना

इसको खाकर उंगलियां चाटते रह जाएंगे घर वाले, एक बार जरूर ट्राई करें ये रेसिपी

28/06/2025
Dahi Thecha
Main Slider

स्पाइसी लवर्स के लिए बेस्ट है ये डिश, झटपट हो जाएगी तैयार

28/06/2025
Next Post
Pitru Paksha

इस दिन से शुरू हो रहे हैं पितृ पक्ष, नोट कर लें श्राद्ध की तिथियां

यह भी पढ़ें

Palak Paneer Khichdi

आज बनाएं पालक पनीर खिचड़ी, सबको आएगी पसंद

17/10/2023

CBSE 12वीं कंपार्टमेंट के नतीजे 10 अक्टूबर तक किए जाएंगे जारी

24/09/2020
Roads

26 सड़कों का कायाकल्प करेगी योगी सरकार

19/08/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version