हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन कालाष्टमी (Kalashtami) मनाई जाती है। धार्मिक दृष्टि से कालाष्टमी का दिन महत्वपूर्ण माना जाता है। यह अष्टमी व्रत भगवान भैरवनाथ को समर्पित है। मान्यताओं के अनुसार, कालाष्टमी के दिन भगवान शिव की पूरे विधिवत पूजा करने से डर, रोग, भय आदि से मुक्ति मिलती है। इस समय पितृ पक्ष चल रहे हैं। आश्विन मास की कृष्ण अष्टमी पर इस महीने कलाष्टमी पड़ रही है। इसलिए आइए जानते हैं पितृ पक्ष में कलाष्टमी (Kalashtami) कब पड़ रही है, पूजा-विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट-
पितृ पक्ष में कालाष्टमी (Kalashtami) कब है?
दृक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की कृष्ण अष्टमी सितम्बर 24 को दोपहर 12 बजकर 38 मिनट से प्रारम्भ होगी, जिसकी समाप्ति सितम्बर 25 को दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगी। पितृ पक्ष में कलाष्टमी का व्रत पंचांग अनुसार, 24 सितंबर को रखा जाएगा।
कालाष्टमी (Kalashtami) की पूजा विधि
– सुबह जल्दी उठें और स्नान कर लें
– स्नान के बाद साफ-सफेद पहन लें
– शिव भगवान का अभिषेक करें
– घर के मंदिर में दीपक जलाएं
– फिर शिव परिवार की विधिवत पूजा करें
– आखिर में भगवान शिव की आरती करें
– प्रभु को भोग लगाएं
– ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें
– अंत में क्षमा प्राथर्ना करें
कालाष्टमी (Kalashtami) पूजा की सामग्री
फल
फूल
धतूरा
अक्षत
धूपबत्ती
गंगाजल
बिल्वपत्र
काला तिल
सफेद फूल
सफेद चंदन
घी का दीपक