हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु व पितरों की पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। दिसंबर महीने में पौष अमावस्या पड़ रही है। अमावस्या के दिन सोमवार होने के कारण सोमवती अमावस्या (Somwati Amavasya) का संयोग बन रहा है। जानें दिसंबर में सोमवती अमावस्या कब है और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त व उपाय-
सोमवती अमावस्या (Somwati Amavasya) 2024 कब है-
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर प्रारंभ होगी और 31 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी।
सोमवती अमावस्या (Somwati Amavasya) स्नान-दान मुहूर्त 2024:
सोमवती अमावस्या के दिन स्नान-दान का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 23 मिनट से सुबह 06 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इसके बाद स्नान-दान का मुहूर्त सुबह 05 बजकर 51 से सुबह 07 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। स्नान-दान का अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 02 मिनट से दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
अमावस्या तिथि का महत्व-
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या के दिन श्राद्ध व तर्पण करना उपयुक्त माना गया है। अमावस्या को अमावस या अमावसी भी कहा जाता है।
सोमवती अमावस्या (Somwati Amavasya) उपाय-
मान्यता है कि सोमवती अमावस्या की शाम को पीपल के वृक्ष के नीचे चौमुखी घी का दीपक जलाने से आर्थिक तंगी दूर होती है। इस दिन गौसेवा करने से मां लक्ष्मी का घर पर वास होता है। सोमवती अमावस्या के दिन गेहूं के आटे की रोटी बनाकर, उस पर गुड़ का टुकड़ा रखकर गाय को खिलाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का घर पर स्थाई वास होता है।