नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) ने आज अपने नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ (Indira Bhawan) का उद्घाटन कर दिया है। सोनिया गांधी ने इसका उद्घाटन किया। पिछले करीब 5 दशक से पार्टी का मुख्यालय ’24 अकबर रोड’ था। अब मुख्य विपक्षी दल का नया मुख्यालय ‘9ए कोटला मार्ग’ पर बनाया गया है।
सोनिया गांधी ने फीता काटकर नए भवन (Indira Bhawan) का उद्घाटन किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे। इससे पहले कांग्रेस मुख्यालय के प्रांगण में ध्वजारोहण किया गया और नेताओं ने राष्ट्रीय गीत, राष्ट्र गान तथा ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा…’ गाया।
कांग्रेस ने आज अपना केंद्रीय कार्यालय 9ए कोटला रोड पर स्थानांतरित कर दिया। जो पिछले 47 वर्षों से 24 अकबर रोड पर था। 24 अकबर रोड वह पता था जो 139 साल पुरानी पार्टी का पर्याय बन गया और जिसने इसके हालिया इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा देखा।
इससे पार्टी का एक नया अध्याय शुरू होगा। अब पार्टी कार्यालय लुटियंस दिल्ली से बाहर शिफ्ट होगा। नई बिल्डिंग की आधारशिला सोनिया गांधी ने 28 दिसंबर 2009 को रखी थी। भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री और एक प्रतिष्ठित नेता इंदिरा गांधी के नाम पर बना नया AICC मुख्यालय, कांग्रेस पार्टी के अपने दिग्गजों के विजन को कायम रखने के निरंतर मिशन का प्रतीक है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस
नया कांग्रेस मुख्यालय कई आधुनिक सुविधाओं से लैस है। इमारत के ठीक बीच में रिसेप्शन बनाया गया है। ग्राउंड फ्लोर के बाईं ओर एक हाई-टेक प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी का कार्यालय भी इसी तरफ होगा। कार्यक्रमों के लिए पहली मंजिल पर हाई-टेक ऑडिटोरियम बनाए गए हैं। दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के कार्यालय होंगे। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए अलग-अलग कार्यालय होंगे।
प्रवक्ताओं के लिए भी कमरे
रिसेप्शन के ठीक पीछे एक कैंटीन एरिया बनाया गया है। किसान विभाग और डेटा विभाग के लिए अलग-अलग कमरे होंगे। टीवी डिबेट में भाग लेने वाले प्रवक्ताओं के लिए छोटे साउंडप्रूफ चैंबर बनाए गए हैं। इसके ठीक बगल में पत्रकारों और कैमरामैन के लिए बैठने के कमरे भी बनाए गए हैं।
बीजेपी नेता पर बलात्कार का आरोप, पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता से किया निष्कासित
नए मुख्यालय (Indira Bhawan) में पार्टी के कई पुराने नेताओं की तस्वीरें भी लगी हैं। इनमें से कई पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। इसके पीछे प्रियंका गांधी का दिमाग बताया जा रहा है।