चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh) ने केंद्रीय बजट 2025 को किसानों और उद्यमियों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन बताया, जबकि विपक्ष ने इसे निराशाजनक और चुनाव से प्रेरित बताया।
बजट का स्वागत करते हुए सीएम सैनी (CM Nayab Singh) ने कहा, “यह न केवल देश के विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि हरियाणा को आत्मनिर्भर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह युवाओं, गरीबों, महिलाओं और किसानों को सशक्त करेगा। केंद्र की मोदी सरकार ने इन चार समूहों को विकसित भारत के स्तंभ के रूप में पहचाना है। किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है। इसके अलावा, धन धान्य कृषि योजना के तहत कम कृषि उत्पादकता वाले 100 जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी। चूंकि हरियाणा एक कृषि आधारित राज्य है, इसलिए राज्य को इस बजट से बहुत लाभ होगा।”
ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने भी बजट की प्रशंसा करते हुए इसे बेहतरीन और विकासोन्मुखी बताया। उन्होंने कहा, “बजट समग्र विकास पर केंद्रित है और इससे समाज के हर वर्ग को लाभ मिलने की उम्मीद है। इस बार जीएसटी और आयकर संग्रह में काफी वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, बुनियादी ढांचे, औद्योगिक विकास और एमएसएमई को काफी धनराशि आवंटित की गई है। इन क्षेत्रों में निवेश से रोजगार पैदा होगा और देश की प्रगति में योगदान मिलेगा।”
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कृषक समुदाय को होने वाले लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “बजट में किसान क्रेडिट कार्ड ऋण सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का प्रावधान शामिल है, जिससे देश भर के किसानों को ऋण तक आसान पहुंच मिलेगी और वे अपनी फसल का उत्पादन बढ़ा सकेंगे। यह बजट किसानों की आय को बढ़ाएगा, कृषि क्षेत्र को मजबूत करेगा और ग्रामीण विकास को गति देगा।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना से 1.7 करोड़ किसानों को सीधे लाभ मिलेगा, जिससे कृषि क्षेत्र नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। पूर्वी भारत में बंद पड़े तीन यूरिया संयंत्रों को फिर से चालू करने के निर्णय से यूरिया की आपूर्ति बढ़ेगी और किसानों को समय पर उर्वरक मिल सकेगा।” इसके विपरीत, विपक्ष ने बजट को अपर्याप्त और प्रमुख आर्थिक सुधारों की कमी वाला बताया।