नई दिल्ली। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) सहित कुछ और लोगों को समन जारी किया है। यानी उन्हें अदालत के सामने पेश होना होगा। इस मामले की जांच भारत की केंद्रीय एजेंसी सीबीआई कर रही है। लालू प्रसाद यादव सहित 78 लोगों पर आरोप हैं।
मामला लैंड फॉर जॉब (Land for Job Scam) घोटाले से जुड़ा है। लंबे अरसे से अदालतों की कार्यवाही का हिस्सा ये मामला फिलहाल चार्जशीट के बाद चर्चा में है। दिल्ली की कोर्ट ने सीबीआई की सप्लीमेंट्री चार्टशीट (पूरक आरोपपत्र) पर संज्ञान लिया है। इस मामले में लालू यादव परिवार के और भी कुछ सदस्य आरोपी हैं।
यहीं ये भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि लैंड फॉर जॉब घोटाले (Land for Job Scam) में जो 78 आरोपी हैं, इनमें से 30 सरकारी कर्मचारी हैं। कोर्ट ने हेमा और तेज प्रताप यादव को भी इस केस में समन जारी किया है। अदालत ने कहा है कि समन के मुताबित इन सभी लोगों को 11 मार्च को पेश होना होगा।
क्या है ये पूरा केस?
लालू यादव (Lalu Yadav) के विरोधी आरोप लगाते रहे हैं कि ये कथित घोटला लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए। पूरा मामला रेलवे के पश्चिम मध्य जोन – खासकर मध्य प्रदेश के जबलपुर में ग्रुप डी के कर्मचारियों की नियुक्ति से जुड़ा है। आरोप हैं कि नौकरी के बदले में इन अभ्यर्थियों ने लालू प्रसाद यादव के परिवार और उनके सहयोगियों के नाम जमीनें की।
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सीबीआई ने इस मामले को मई 2022 में दर्ज किया। उसके बाद इसमें लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी, दो लड़कियां और कई अज्ञात सरकारी अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है।