• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जातिगत जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, रखीं ये मांगें

Writer D by Writer D
03/05/2025
in Main Slider, बिहार, राजनीति, राष्ट्रीय
0
Tejashwi Yadav

Tejashwi Yadav

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

पटना। आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जातिगत जनगणना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम ने निजी क्षेत्र में आरक्षण व लंबित मंडल आयोग की सिफारिशों को पूरी तरह लागू करने समेत पांच मांगें रखी हैं। तेजस्वी ने पीएम मोदी को लिखे इस पत्र को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर भी किया है।

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार ने 30 अप्रैल 2025 को कैबिनेट बैठक के बाद आगामी जनसंख्या सर्वेक्षण में जातिगत जनगणना को भी शामिल करने की घोषणा की है। जिसके बाद सरकार और विपक्ष के बीच जातिगत जनगणना के ऐतिहासिक फैसले का श्रेय लेने के लिए होड़ मची हुई है।

इसी बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर ठेकों, न्यायपालिका में आरक्षण, जातिगत जनगणना के आंकड़ों के आधार पर आनुपातिक आरक्षण और लंबित मंडल आयोग की सिफारिशों को पूरी तरह लागू किए जाने की मांग की है।

तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा-  “देश भर में जाति जनगणना कराने की आपकी सरकार की हाल की घोषणा के बाद, मैं आज आपको सतर्क आशावाद की भावना के साथ लिख रहा हूँ। वर्षों से आपकी सरकार और एनडीए गठबंधन ने जाति जनगणना की मांग को विभाजनकारी और अनावश्यक बताकर खारिज कर दिया था। जब बिहार ने अपने संसाधनों से जाति सर्वेक्षण कराने की पहल की, तो केंद्रीय सरकार और उसके शीर्ष कानून अधिकारी ने हर कदम पर बाधाएं खड़ी कीं। आपकी पार्टी के सहयोगियों ने इस तरह के डेटा संग्रह की आवश्यकता पर ही सवाल उठाया। अनेक प्रकार कि फूहड़ और अशोभनीय टिप्पणियां कि गयीं. आपका विलंबित निर्णय उन नागरिकों की मांगों की व्यापकता को स्वीकार करता है, जिन्हें लंबे समय से हमारे समाज के हाशिये पर रखा गया है।”

“बिहार के जाति सर्वेक्षण ने, जिसमें पता चला कि ओबीसी और ईबीसी हमारे राज्य की आबादी का लगभग 63% हिस्सा हैं, यथास्थिति बनाए रखने के लिए फैलाए गए कई मिथकों को तोड़ दिया। इसी तरह के पैटर्न देश भर में सामने आने की संभावना है। मुझे यकीन है कि यह खुलासा कि वंचित समुदाय हमारी आबादी का अधिकांश हिस्सा होने के बावजूद हर जीवन क्षेत्र में कम प्रतिनिधित्व रखते हैं, एक लोकतांत्रिक जागरण पैदा करेगा।”

“जाति जनगणना कराना सामाजिक न्याय की लंबी यात्रा का पहला कदम मात्र है। जनगणना के आंकड़ों से सामाजिक सुरक्षा और आरक्षण के दायरे को आबादी के अनुरूप बढाने का ध्येय भी इस प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा होना चाहिए. एक देश के रूप में, हमारे पास आगामी परिसीमन में कई प्रकार के अन्याय को ठीक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी है। निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण जनगणना के आंकड़ों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। ओबीसी और ईबीसी का निर्णय लेने वाले संस्थानों में पर्याप्त राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिए विशेष प्रावधान किए जाने चाहिए। राज्य विधानसभाओं और भारत की संसद में आनुपातिक प्रतिनिधित्व के सिद्धांत के आधार पर इन वंचित समूहों को सम्मिलित किया जाना होगा।”

भारत की पाक पर डिजिटल स्ट्राइक, 24 घंटे में हमले का दावा करने वाले मंत्री का X अकाउंट ब्लॉक

“हमारा संविधान अपने निर्देशक सिद्धांतों के माध्यम से राज्य को आर्थिक असमानताओं को कम करने और संसाधनों के न्यायसंगत वितरण को सुनिश्चित करने का आदेश देता है। जब हम यह जानेंगे कि हमारे कितने नागरिक वंचित समूहों से संबंधित हैं और उनकी आर्थिक स्थिति क्या है, तब अधिक सटीकता के साथ लक्षित हस्तक्षेप तैयार किए जाने चाहिए। निजी क्षेत्र, जो सार्वजनिक संसाधनों का प्रमुख लाभार्थी रहा है, सामाजिक न्याय की आवश्यकताओं से अलग नहीं रह सकता। कंपनियों को पर्याप्त लाभ मिलता रहा है – रियायती दरों पर जमीन, बिजली सब्सिडी, कर छूट, बुनियादी सुविधाएँ, और विभिन्न प्रकार का वित्तीय प्रोत्साहन। इसका बोझ करदाता के कंधे उठाते हैं। बदले में, निजी उद्योग क्षेत्र से हमारे देश की सामाजिक संरचना को प्रतिबिंबित करने की अपेक्षा करना पूरी तरह से उचित है। जाति जनगणना के संदर्भ में निजी क्षेत्र में समावेशिता और विविधता के बारे में खुली बातचीत होनी चाहिए।”

“प्रधान मंत्री जी, आपकी सरकार अब एक ऐतिहासिक चौराहे पर खड़ी है। जाति जनगणना कराने का निर्णय हमारे देश की समानता की यात्रा में एक परिवर्तनकारी क्षण हो सकता है। हमारे पुरखों ने कई दशकों से इन आंकड़ों के संग्रह के लिए संघर्ष किया है. अतः इस निर्णय को अमली जामा पहनाने में किंचित भी विलम्ब नहीं होना चाहिए. एक दीगर सवाल यह भी है कि क्या डेटा का उपयोग प्रणालीगत सुधारों के लिए उत्प्रेरक के रूप में किया जाएगा, या यह कई पिछली आयोग रिपोर्टों की तरह धूल भरे अभिलेखागार तक ही सीमित रहेगा? बिहार के प्रतिनिधि के रूप में, जहां जाति सर्वेक्षण ने जमीनी हकीकत के प्रति आंखें खोली हैं, मैं आपको सामाजिक परिवर्तन करने में रचनात्मक सहयोग का आश्वासन देता हूं। इस जनगणना के लिए संघर्ष करने वाले लाखों लोग न केवल डेटा बल्कि सम्मान, न केवल गणना बल्कि सशक्तिकरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”

Tags: Tejashwi Yadav
Previous Post

भारत की पाक पर डिजिटल स्ट्राइक, 24 घंटे में हमले का दावा करने वाले मंत्री का X अकाउंट ब्लॉक

Next Post

UPI होगा और भी तेज, अब मात्र इतने सेकेंड में होगा पेंमेट

Writer D

Writer D

Related Posts

Diabetes
Main Slider

डायबिटीज का नया रूप, जानिए इसके लक्षण

25/06/2025
Sugarcane
उत्तर प्रदेश

3000 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कर रहीं गन्ना बीज उत्पादन

24/06/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

गरीबों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहींः सीएम योगी

24/06/2025
Surya Pratap Shahi
उत्तर प्रदेश

सभी 75 जिलों में 25.74 लाख मीट्रिक टन खाद उपलब्ध

24/06/2025
CM Dhami met Chief Minister Mohan Yadav
Main Slider

CM धामी ने वाराणसी में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की

24/06/2025
Next Post
UPI

UPI होगा और भी तेज, अब मात्र इतने सेकेंड में होगा पेंमेट

यह भी पढ़ें

ananya panday

अनन्या पांडे सिर्फ इस शख्स को ही करती हैं हग, खोला अपना सीक्रेट

01/12/2020
Axis Bank

पटना में बदमाशों का तांडव, एक्सिस बैंक में 17 लाख से अधिक की लूटपाट

16/06/2024
navneet sehgal

यूपी में कोरोना के 36 हजार से ज्यादा नए केस, लखनऊ में 5187 मरीज संक्रमित

25/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version