• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

रक्षाबंधन आज, इस शुभ मुहूर्त में बांधे राखी

Writer D by Writer D
09/08/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Raksha Bandhan

Raksha Bandhan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार कल बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके सुख, समृद्धि और दीर्घायु की कामना करती हैं, वहीं भाई जीवनभर बहन की रक्षा का वचन देते हैं। इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) पर विशेष शुभ संयोग बन रहा है, जिसमें राखी बांधने से दोगुना शुभ फल प्राप्त होगा। आइए जानते हैं इस पर्व का शुभ मुहूर्त, महत्व और राखी बांधने की सही विधि।

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इस बार अच्छी बात यह है कि भद्रा काल सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो रहा है, इसलिए आप पूरे दिन राखी बांध सकते हैं। लेकिन फिर भी राखी बांधने के लिए कुछ विशेष शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं।

अमृत काल: सुबह 6:00 बजे से 7:30 बजे तक
शुभ चौघड़िया: दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से 12:50 बजे तक
ये भी पढ़ें : रक्षाबंधन के बाद राखी कितने दिन तक पहननी चाहिए? जानिए धार्मिक नियम और परंपरा

राखी बांधने की सही विधि

सबसे पहले पूजा की थाली तैयार करें: उस थाली में राखी, रोली (कुमकुम), अक्षत (चावल), मिठाई और एक दीपक रखें। आप चाहें तो थाली को फूलों से सजा सकते हैं।

सही दिशा में बैठें: भाई को पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बिठाएं। इस दिशा को बहुत शुभ माना जाता है।

तिलक लगाएं: बहन सबसे पहले भाई के माथे पर रोली और अक्षत का तिलक लगाएं। यह शुभता का प्रतीक है।

आरती करें: अब दीपक जलाकर भाई की आरती उतारें और भगवान से उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करें।

राखी बांधें: भाई के दाहिने हाथ की कलाई पर राखी बांधें।

मिठाई खिलाएं: राखी बांधने के बाद भाई को मिठाई खिलाएं और उनका आशीर्वाद लें। इसके बाद भाई भी अपनी बहन को उपहार दें और उनकी रक्षा का वचन लें।

रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का महत्व

रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के स्नेह, विश्वास और एक-दूसरे की सुरक्षा के वचन का पर्व है। प्राचीन काल से यह परंपरा चली आ रही है कि इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, सुख और समृद्धि की कामना करती हैं।

बदले में, भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है और उन्हें तोहफा देता है। यह पर्व दिखाता है कि यह रिश्ता कितना पवित्र और मजबूत होता है, जहां एक-दूसरे के प्रति प्रेम, सम्मान और समर्पण होता है।

Tags: Raksha Bandhanraksha bandhan 2025rakshabandhan
Previous Post

सावन पूर्णिमा पर करें ये उपाय, बदल सकता है आपका भाग्य

Next Post

कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानें पूजा करने की सही विधि

Writer D

Writer D

Related Posts

Dhokla
खाना-खजाना

नाश्ते में लगाएं गुजरती स्वाद का तड़का, बनाएं ये खट्टी-मीठी डिश

09/08/2025
Samosa
Main Slider

इस से बनाएं समोसा, घर ही मिलेगा हलवाई वाला स्वाद

09/08/2025
peanut bhel
खाना-खजाना

बारिश के मौसम में खाना है कुछ चटपटा, तो ट्राई करें ये भेल

09/08/2025
Rice Noodles
खाना-खजाना

आज स्नैक्स में बनाएं राइस नूडल्स, बच्चे हो जाएंगे खुशी

09/08/2025
Rice Noodles
Main Slider

हक्का नूडल्स के साथ बनाएं विकेंड स्पेशल, मिनटों में करे तैयार

09/08/2025
Next Post
Janmashtami

कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानें पूजा करने की सही विधि

यह भी पढ़ें

Krishna Janmabhoomi-Shahi Idgah

श्रीकृष्ण जन्मभूमि ईदगाह मामले में अगली सुनवाई दस दिसंबर को

18/11/2020
Sawan Shivratri

कब है साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि, नोट कर लें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

09/12/2024
Arvind Kejriwal

’16 मार्च को खुद पेशी पर आऊंगा…’, कोर्ट से बोले अरविंद केजरीवाल

17/02/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version