जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा है कि गुरु नानकदेव जी ने सभी को सत्य, प्रेम और मानवता का पाठ पढाया और जात-पात, ऊंच-नीच के भेद को नकारते हुए सभी को एक समान माना।
श्री शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने आमजन से आह्वान किया कि गुरू नानक देव जी के बताए हुए मार्ग को अपनाकर आमजन की सेवा एवं मानव उत्थान के लिए कार्य करें।
श्री शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) बुधवार को गुरु नानकदेव जी के 556वें प्रकाश वर्ष के उपलक्ष्य में मानसरोवर स्थित गुरूद्वारे में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी को प्रकाश पर्व की बधाई देते हुए कहा कि गुरु नानकदेव जी ने ‘इक ओंकार सतनाम अर्थात् एक ईश्वर, एक सत्य’ का पांच सौ वर्ष पहले संदेश दिया था, वह अब भी समाज के लिए अमृत के समान है।
श्री शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा कि गुरु नानकदेव जी ने लंगर के माध्यम से समानता और मानवता का सबसे बड़ा उदाहरण पेश किया। उनका मानना था कि ईमानदारी से मेहनत करो और कमाया हुआ धन दूसरों के साथ बांटो क्योंकि मनुष्य की सेवा करना ही सच्चा धर्म है।
उन्होंने (CM Bhajanlal Sharma) कहा कि सिख धर्म ने हमेशा मानवता, साहस और त्याग की मिसाल पेश की है तथा इस समुदाय के वीरों ने देश की रक्षा में अपना सर्वस्व न्योछावर किया। सिख समुदाय के लोग स्वतंत्रता संग्राम हो या देश की सीमाओं की सुरक्षा, बाढ़ हो या सूखा, हर परिस्थिति में सदैव मदद के लिए तैयार रहते हैं। सिख समुदाय ने व्यापार, शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी अतुलनीय योगदान दिया है।

श्री शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने कहा कि हमारी सरकार सिख समुदाय के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। गुरुद्वारों के रखरखाव, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं सहित सिख समुदाय का कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
उन्होंने इस अवसर पर गुरुद्वारा में मत्था टेका और राज्य की सुख-समृद्धि एवं कल्याण की कामना की। उन्होंने संगत को लंगर छकाया तथा स्वयं भी लंगर की प्रसादी ग्रहण की।

इस दौरान राजस्थान सिख समाज के अध्यक्ष अजयपाल सिंह तथा गुरुद्वारा प्रबंध समिति के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।









