हिंदू धर्म में हर मास का अपना महत्व है। मार्गशर्ष माह भी बहुत विशेष होता है। ये हिंदू कैलेंडर का नौवां महिना होता है। मार्गशीर्ष माह अगहन महीने के नाम से लोकप्रिय है। ये एक अत्यंत पावन महीना माना जाता है। ये महीना भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है, ‘मासों में मैं मार्गशीर्ष हूं।’
इस माह में स्नान-दान और दीपदान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है और मोक्ष प्राप्त होता है। अगहन माह में लड्डू गोपाल की विशेष पूजा और सेवा का विधान है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस माह में लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) की सेवा किस तरह करनी चाहिए। उनकी सेवा के नियम क्या हैं?
मार्गशीर्ष मास में लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) की सेवा के नियम
– इस माह में सुबह लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) को सात बार ताली बजाकर लाड दुलार से उठाना चाहिए।
– इस माह में हर दिन लड्डू गोपाल को सूर्योदय से पहले ही स्नान करा देना चाहिए।
– लड्डू गोपाल को स्नान कराने के बाद उनका श्रृंगार करके उनको साफ वस्त्र पहनाने चाहिए।
– इसके बाद लड्डू गोपाल को केसर का तिलक लगाना चाहिए।
– इस माह में भूलकर भी लड्डू गोपाल को चंदन का तिलक नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि चंदन ठंडा होता है।
– लड्डू गोपाल की आरती के समय घंटी अवश्य बजानी चाहिए।
– इस माह में लड्डू गोपाल को पूजा के समय तिल और गुड़ का भोग लगाना चाहिए। गर्म दूध और मीठे पराठे का भोग भी लगाना चाहिए। मौसमी फलों और सब्जियों का भोग भी लगाया जा सकता है।
– पूजा के समय लड्डू गोपाल का ध्यान करना और 108 बार कृं कृष्णाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इस जाप से लड्डू गोपाल प्रसन्न होकर अपनी कृपा बनाए रखेंगे।
– इस माह में पूजा के बाद हर दिन थोड़ी देर के लिए लड्डू गोपाल (Laddu Gopal) को धूप में ले जाकर सुलाना चाहिए। रात को आठ बजे फिर से लड्डू गोपाल को भोग लगाना चाहिए। फिर थपकी लगाकर सुला देना चाहिए।









