उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने वीजीई मार्ट, वीजीई शेयर कन्सलटेन्ट एवं रियल स्टेट आदि नामक कम्पनियों से लुभावने रिटर्न देने का झांसा देकर हजारों लोगों से करोड़ों रूपये का निवेश कराकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वीजीई मार्ट, वीजीई शेयर कन्सलटेन्ट, वीजी गोल्ड, वंशिकाव वीजीई रियल स्टेट आदि नामक कम्पनियों से लुभावने रिटर्न देने का झांसा देकर हजारों लोगों से करोड़ों रूपये का निवेश कराकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना हरिनाम सिंह यादव को कल रात 11 बजे के बाद लखनऊ में जानकीपुरम विस्तार से गिरफ्तार किया गया।
घरों की बिजली कनेक्शन काटे जाने से नाराज लोगों ने डाला कांग्रेस कार्यालय पर ताला
उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से विभिन्न मार्टों में निवेश कराकर अधिक धनराशि का लालच देकर ठगी करने वाले गिरोहों के सक्रिय होने की सचूनाएं प्राप्त हो रही थीं। इस सम्बन्ध एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक अमित कुमार नागर के पर्यवेक्षण में मुख्यालय स्थित टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में एसटीएफ की टीम निवेश के नाम पर करोड रूपये से अधिक की ठगी करने वाले गिरोह के लोगों ने रायबरेली,
अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या के अलावा बिहार के बक्सर जिलो इस प्रकार की ठगी की। इस सम्बन्ध में थाना कोतवाली रायबरेली में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में कल रात 11 बजे के बाद इस मार्ट के सरगना हरिनाम सिंह यादव को रायबरेली में दर्ज मामले में लखनऊ के जानकारी विस्तार से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी मूलरुप से सीतापुर जिले के हरगांव इलाके का रहने वाला है। गिरफ्तार ठग ने पूछताछ पर बताया कि उसने वीजी मार्ट खोला गया था। जिसमें लोगों से एक मुश्त पैसा लेकर जो कि 5000 से 50000 तक लिया गया था, जिसमे लालच देने के लिए -शॉपिंग कूपन दिए जाते थे और कहा जाता था की आप इन कूपनो से प्रति महीने एक निश्चित रुपए का सामान खरीद सकते हैं, जो कि कुल मिलाकर आपके द्वारा दी गई धनराशि से अधिक होगा। इस तरह से हजारों लोगों से 10 करोड़ से अधिक पैसा जमा कराया गया। लेकिन नोटबंदी के बाद 2017 में नए सदस्य कंपनी नहीं जुड़े और शॉपिंग करने वाले सदस्यों की संख्या बढ़ गई।
संविधान दिवस के अवसर पर DGP ने पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को शपथ दिलायी
अर्थात नए मेम्बर्स का एक मुश्त पैसा आना कम हो गया तथा पुराने सदस्यों द्वारा खरीदारी अधिक हो गई। जिससे कि मार्ट में धक्का-मुक्की और झगड़ा होने लगा। उसके बाद इन लोगों ने लोगों को झांसा देने के उद्देशय से एक दूसरी योजना वीजी योयर कंसलटेंट निकाली। जिसमें लोगों को झांसा दिया कि हम आपके पैसे को शेयर मार्केट में लगाएंगे और आपको एक अच्छा रिटर्न देंगे।
उन्होंने बताया कि गिरोह के लोगों ने पुराने वीजी मार्ट के सदस्यों का और पैसा लगवाया तथा उनका बकाया इसमें समायोजित करने का भरोसा दिया था। इस तरह से इन लोगों ने फिर करोड़ों रुपए जनता से ऐंठ लिए। कोरोना में हुए
लॉकडाउन में इसमें भी और नए सदस्य जुड़ने कम हो गए तथा कंपनी द्वारा किए गये झूठे वादे के अनुसार लोगों ने अपना पैसा मांगना शुरू कर दिया । क्योंकि इनका कोई शेयर बाजार में में इन्वेस्टमेंट नहीं थी ओर ना ही वहां से हमें कोई रिटर्न मिलना था। इन लोगों ने जनता को फिर से उल्लू बनाने का तरीका खोजा और नई स्कीम वीजी गोल्ड में इन्वेस्ट का लोगों को प्रलोभन दिया था। गिरोह सरगना ने बताया कि बिहार और यूपी के लोगों से लगभग 40 करोड़ रुपए से अधिक ऐंठे गये थे। गिरफ्तार आरोपी को थाना जानकीपुरम लखनऊ में विधिक कार्रवाई के लिए दाखिल करा दिया। स्थानीय पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई कर रही है।