उत्तर प्रदेश सरकार पर किसानो के साथ झूठे वादे का खेल खेलने का आरोप लगाते हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस क्षेत्र में पत्थर गिरजा घर के पास सोमवार को धरना प्रदर्शन किया।
भाकियू प्रयागराज यूनिट के अध्यक्ष अनुज सिंह ने कहा कि योगी सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर गोलमोल बात कर रही है जिसका धरातल पर सकारात्मक ठोस आधार नजर नहीं आ रहा है। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को चिकनी चुपड़ी बातों में गुमराह कर मूलभूत जरूरतों को भी पूरा नहीं कर एक ऐसे अंधी गुफा में ढ़केल रही है जहां से किसानों का निकलना मुश्किल है।
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उन्होने किसानों की स्मार्ट मीटर, धान की खरीद, जमीनों के पट्टे की समस्या और सिंचाई आदि अनेकों समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं और अगर अन्नदाता को ही सरकार तंत्र प्रताड़ित करेगा देश की दूसरी जरूरतें कैसे पूरी होंगी। उन्होने दावा किया कि भूखा अन्नदाता कभी दूसरे का पेट नहीं भर सकता।
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि किसानों के गन्ने का भुगतान चीनी मिले चलने से पहले कर दिए जाएंगे लेकिन उसका भुगतान नहीं हुआ अलबत्ता मिले चालू हो गयी हैं। उन्होने बताया कि किसान धान की फसल काट चुका है लेकिन धान क्रय केन्द्र अभी चालू नहीं हैं। जो चालू भी हैं वे मिलरों के इसारे पर काम कररहे हैं, किसानों के धानों में कुछ कमियां बताकर वापस कर दे रहे हैं।
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उन्होने कहा कि देश में सरकार चाहें कोई भी हो, लेकिन अपने अधिकारों के लिए लंबे समय से संघर्षरत किसानों की झोली हमेशा खाली रह जाती है। आज अन्नदाता किसानों के हालात बेहद सोचनीय हैं। उन्होने कहा कि पिछले 72 सालों से किसानों के वोट स देश में सत्ता का सुख भोगने वाले सभी राजनीतिक दल जिम्मेदार हैं। किसी भी दल ने किसानों के हित में विचार नहीं किया। लंबे समय से संघर्षरत किसानों की झोली हमेशा खाली रह जाती है। आज अन्नदाता किसानों के हालात बेहद सोचनीय हैं।