उत्तर प्रदेश के इटावा में अंतर्राष्ट्रीय रामसर साइट में शामिल सरसई नावर झील में बड़ी तादात में दुर्लभ कछुओ की मौत हो गई । मरने वाले कछुए सुंदरी प्रजाति के है ।
मौत के शिकार बने इन कछुओ को पिछले दिनों कानपुर में तस्करों से पकड़ा गया था । उसके बाद इन पशुओं को वन अधिकारियों के निर्देश पर इस झील में छोड़ा गया था।
स्थानीय लोगो की ओर से मिली सूचना के बाद कछुओं की मौत पर वन विभाग के अधिकारी मौका ए वारदात पर पहुंचे और उन्होंने पूरे इलाके में खोजबीन अभियान चलाने के बाद 13 मरे हुए कछुए इकट्ठे किए। सभी को पोस्टमार्टम के लिए वन विभाग की टीम पशु अस्पताल लेकर आई । जहां पर पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम ने सभी कछुओं का पोस्टमार्टम किया ।
यूपी में कोरोना के 105 नए मामले, रिकवरी दर 98 प्रतिशत के पार
पोस्टमार्टम के बाद में डाक्टरों की टीम ने बताया कि संभवत इन कछुओं की मौत के पीछे को यहां तक लाने के दौरान वाहन में चोट लगने के बाद इनकी किसी तरह से मौत हो गई है इनकी मौत को लेकर के कोई ऐसा संदेह नहीं है जिसमें किसी शिकारी की करतूत या फिर किसी जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल होना स्पष्ट हो रहा हो।
यह पहला मौका नहीं है जब इस झील में जलचरो की मौत हुई है । इससे पहले भी प्रवासी पक्षियों की बड़े पैमाने पर मौत के बाद वन अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो चुके हैं।
इस अंतर्राष्ट्रीय सरसईनावर में सौ से भी ज्यादा कछुओं की मौत होने की बात कही जा रही है लेकिन खोजबीन केवल 13 ही मरे हुए कछुए मिलने के बाद वन अधिकारियो ने राहत की सांस भी ली है ।