लीवर में फैट की मात्रा बढ़ने की परिस्थिति को फैटी लीवर कहते हैं। सब समस्या के होने का मुख्य कारण सेहत का ठीक तरीके से ध्यान ना देना है हालांकि कई बार यह समस्या से आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी होती है।
ऐसे में लीवर पर फैट जमा होने लगता है के कारण शरीर के बाकी अंगों पर भी बुरा असर देखने को मिलता है। समय रहते अगर आप इन लक्षणों की पहचान कर लेते हैं तो आप इस बीमारी पर काबू पा सकते हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आप आखिर में सबसे कैसे बच सकते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक फैटी लीवर का सबसे पहला लक्षण हाथों का रंग गहरा लाल होना माना जाता है जिन लोगों को लीवर की परेशानी का सामना करना पड़ता है उनके पेट में सूजन आने लगती है ऐसे में खाना पचने में दिक्कत होती है।
उसके साथ आंखों का रंग पीला होने लगता है एक्सपर्ट्स के मुताबिक आंखों का रंग पीला होकर लीवर खराब होने की ओर इशारा करता है। ऐसे में शरीर का वजन कम होना फैटी लीवर की ओर एक बड़ा संकेत होता है।
अगर आप इन सब समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले रोजाना हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है। कैफीन की मात्रा कम करनी चाहिए।
उसका चाय कॉफी अल्कोहल का सेवन करने से भी लीवर खराब हो जाता है हर्बल ग्रीन टी में भारी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट एंटीवायरल एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ऐसे में रोजाना 1 से 2 गिलास ग्रीन टी का सेवन करने से लिवर को पोषक तत्व मिलता है कि आपका इम्यून सिस्टम भी स्ट्रांग होता है।