Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

बांदा में ट्रेन की उतारी आरती, लगाया भोग, जानें पूरा मामला

Banda

Aarti of the train in Banda

बांदा। बांदा (Banda) जिले के अतर्रा नगर स्थित रेलवे प्लेटफार्म में झांसी मानिकपुर प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन को फूल मालाओं से लादकर परंपरागत पूजा एवं आरती की गई और रेल कर्मियों को सम्मानित किया गया।

झांसी से चलकर मानिकपुर प्रयागराज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन रविवार को अतर्रा प्लेटफार्म पर पहुंची जहां पहले से मौजूद सैकड़ों नागरिकों ने ट्रेन का अभूतपूर्व स्वागत किया। ट्रेन इंजन को फूल मालाओं से विधिवत् सजाया गया और माल्यार्पण कर तिलक के साथ विधिवत पूजा के बाद आरती की गई तथा मिठाई चढ़ाई गई।

बाद में ट्रेन ड्राइवर मुरली मनोहर पटेल व देव कुमार और गार्ड डालचंद सहित स्टेशन अधीक्षक आरपी मिश्र का तिलक व माल्यार्पण कर उनका मुंह मीठा कराया।

उल्लेखनीय है कि आज के दिन 25 दिसंबर वर्ष 1923 में यह ट्रेन जब पहली बार अतर्रा आई तब नगर के सुदामापुरी निवासी बिंदा प्रसाद (बाबा जी) ने नगर वासियों के साथ इस तरह की पूजा शुरू की थी।

भारतीय संस्कृति में प्रकाश को ज्ञान के प्रतीक के रूप में माना गया: सीएम योगी

उनके दिवंगत होने के बाद इस कार्य की जिम्मेदारी आज भी उनकी तीसरी पीढ़ी उनके नाती किशोरी लाल खेंगर ने विधिवत निभाई और आज जैसी ही ट्रेन अतर्रा प्लेटफार्म पर पहुंची वहां किशोरीलाल के साथ मौजूद सैकड़ों नागरिकों ने ब्रिटिश हुकूमत के चली आ रही परंपरा के अनुसार ट्रेन की विधिवत पूजा , आरती व वंदना कर प्रसाद वितरण कर लोगों का मुंह मीठा कराया।

Exit mobile version