इस्लामाबाद। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त के मौके पर दिल्ली के लाल किले से जोरदार भाषण दिया जो काफी चर्चा में रहा। खास बात है कि पीएम मोदी के इस भाषण की पाकिस्तान में भी जमकर तारीफ की जा रही है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक और भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रहे अब्दुल बासित (Abdul Basit) एक वीडियो में पीएम मोदी के लाल किले पर दिए भाषण की तारीफ करते नजर आ रहे हैं।
पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित (Abdul Basit) ने पीएम मोदी के भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि 15 अगस्त के मौके पर भारत में आजादी दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अच्छे वक्ता हैं और राजनीतिक रैलियों में उनके भाषण हमेशा जानदार होते हैं। पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में एक प्रभाव के साथ जनता को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
पीएम मोदी ने हमेशा की तरह नई बातें कीं
अब्दुल बासित (Abdul Basit) ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भाषण में भी हमेशा की तरह देश के लोगों के लिए नई बातें कीं और कहा कि अगले 25 सालों में भारत को डेवलपिंग से डेवलप्ड देश बनाना है। पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार और महिला सशक्तीकरण की भी बात की।
पूर्व राजनयिक (Abdul Basit) ने कहा कि लाल किले पर पीएम मोदी ने भाषण के दौरान जिस तरह की बातें कीं, एक लीडर को ऐसी ही बात करनी चाहिए।
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पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में लोगों को कहा कि गुलामी की मानसिकता और प्रतीकों से आजादी हासिल करनी है। अब्दुल बासित ने इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये समझ बस नहीं आ रहा कि पीएम मोदी सिर्फ ब्रिटिश काल को ही गुलामी मान रहे हैं या फिर मुगल राज को भी इसमें शामिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत में कई शहरों के नाम तब्दील कर रहे हैं, मुसलमान नाम बदले जा रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी गुलामी से निजात पाने की जो बात कर रहे हैं तो उसमें क्या वो दौर भी शामिल कर रहे हैं जिसमें मुसलमानों ने हुकूमत की।
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अब्दुल बासित ने आगे कहा कि वैसे पीएम नरेंद्र मोदी बाबरी मस्जिद, ज्ञानवापी या अन्य मस्जिदों से जुड़े विवादों पर बयान नहीं देते हैं। अगर भारत में कोई मुस्लिम मारा जाता है या मॉब लिंचिंग की जाती है तो भी पीएम मोदी ज्यादातर खामोश ही रहते हैं।