सीतापुर। करीब 23 माह से सीतापुर जेल में निरुद्ध सांसद आजम खां के पुत्र अब्दुल्ला आजम खां शनिवार को रिहा कर दिए गए। रिहाई संबंधी कागजों में कमी के चलते प्रक्रिया पूरी करने में काफी देर हो गई।
इस दौरान बड़ी संख्या में समर्थक अलग-अलग जनपदों से सीतापुर पहुंचे। समर्थकों को संभालने के लिए भारी पुलिए व अर्द्धसैनिक बल तैनात किया गया। साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को खदेड़ा गया और कई वाहनों के चालान काटे गए।
गौरतलब है कि रामपुर से सांसद आजम खां, उनकी पत्नी विधायक तंजीन फातिमा एवं पुत्र अब्दुल्ला आजम खां को फरवरी 2020 में सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया था। कुछ माह पूर्व तंजीन फातिमा की रिहाई हो गई थी। इसके बाद अब्दुल्ला को भी सभी मामलों में जमानत मिल गई थी। इसके बाद रिहाई की प्रक्रिया शुरू की गई। इसकी खबर लगते ही अलग-अलग शहरों से बड़ी संख्या में समर्थक सीतापुर पहुंचना शुरु हो गए और पूरी जेल रोड पर समर्थकों का जमावड़ा लग गया।
भीड़ बढ़ती देखकर एएसपी उत्तरी डॉ. राजीव दीक्षित, एएसपी/सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह, कोतवाल टीपी सिंह कई थानों की पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के साथ मौके पर पहुंच गए। इस दौरान जेल रोड स्थित समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर मौजूद समर्थकों को खदेड़ा गया। साथ ही उनके आवास पर अर्द्धसैनिक बल तैनात कर दिया गया। प्रयागराज से आईं एक सपा नेत्री से सीओ सिटी की वाहन का चालान काटने को लेकर तीखी नोकझोंक भी हुई। चार बजे से शुरु हुआ सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।
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देर शाम दस्तावेज पूरा होने के बाद अब्दुल्ला आजम खां को रिहा किया गया। रिहा होने के बाद अब्दुल्ला आजम खां ने मीडिया को बताया कि प्रशासन ने उन्हें पत्रकारों से बात करने से मना किया है। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें पहले पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास लाया गया। यहां कुछ देर रुकने के बाद अब्दुल्ला का काफिला रवाना हो गया।
जेलर आरएस यादव ने बताया कि 120 बी के एक मामले में रिहाई संबंधी कागजों में गड़बड़ी थी, जिसे दुरुस्त कराने के लिए वापस भेजा गया था, जिसके बाद ही अब्दुल्ला को रिहा किया गया है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने बड़ी संख्या में समर्थकों के वाहनों के चालान काटे और कई को हिरासत में भी लिया।