अफगानिस्तान में गुरुवार को हुए बम धमाके में 169 अफगान लोगों और 13 अमेरिकी जवानों की मौत हो गई। धमाका इतना भयावह था कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाके की जगह से धुएं का गुबार साफ देखा जा सकता था।
अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक आत्मघाती हमलावर ने छर्रों से भरा लगभग 25 पाउंड विस्फोटक का इस्तेमाल किया। यही वजह थी कि धमाके का असर काफी ज्यादा था।
नाम जाहिर ना करने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि इस धमाके में एयरपोर्ट के बाहर मौजूद लोगों के साथ-साथ गेट के अंदर मौजूद लोग भी इसका शिकार हुए। आमतौर पर ये देखा गया है कि सुसाइड बॉम्बर 10 पाउंड विस्फोटक का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इस हमले को अंजाम देने के लिए इसका ढाई गुना विस्फोटक लाया गया।
ब्लास्ट के बाद अमेरिका हुआ अलर्ट, अपने नागरिकों से की एयरपोर्ट गेट छोड़ने की अपील
अधिकारियों के मुताबिक हमलावर काबुल एयरपोर्ट के गेट से कुछ दूर अंदर आ घुसा था जहां निकासी मिशन के चलते पहले से ही काफी भीड़भाड़ थी और काफी संंख्या में वहां अफगान लोग मौजूद थे।
गौरतलब है कि काबुल ब्लास्ट के बाद अमेरिका ने कहा था कि हम इस हमले के जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं करेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका इसका बदला लेगा। इसकी कीमत चुकानी होगी। इसी कड़ी में अमेरिकी सेना ने IS आतंकियों के खिलाफ एयरस्ट्राइक की है।
बताया जा रहा है कि मानवरहित विमान से नांगरहार में ISIS-K के ठिकाने पर अमेरिकी सेना ने हवाई हमले किए हैं। दावा है कि अमेरिकी सेना ने काबुल ब्लास्ट के साजिशकर्ता को भी ढेर कर दिया है।