बर्कशायर के ब्रैक्नेल में रहने वालीं लिडिया मकारचुक अपने पति नॉर्बर्ट वर्गा के साथ पिछले महीने हनीमून पर यूक्रेन गई थीं। उन्होंने हंगरी की सीमा के नजदीक कार्पेथियन पर्वत को अपना ठिकाना बनाया था।
ब्रिटेन में रहने वाला एक कपल हनीमून के लिए यूक्रेन गया था, लेकिन अब अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। दरअसल, इस कपल के साथ कुछ दोस्त और रिश्तेदार भी थे। सभी रात के वक्त बॉनफायर कर पार्टी कर रहे थे, तभी जमीन के अंदर से जोरदार धमाका हुआ। ये धमाका फर्स्ट वर्ल्ड वॉर के समय दफन किए गए बम की वजह से हुआ था। इसमें नई नवेली दुल्हन गंभीर रूप से जख्मी हो गई है।
‘डेली मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, बर्कशायर के ब्रैक्नेल में रहने वालीं लिडिया मकारचुक अपने पति नॉर्बर्ट वर्गा के साथ पिछले महीने हनीमून पर यूक्रेन गई थीं। उन्होंने हंगरी की सीमा के नजदीक कार्पेथियन पर्वत को अपना ठिकाना बनाया था। रात के समय सभी आग जलाकर बातें कर रहे थे। लिडिया बता रही थीं कि कैसे नॉर्बर्ट ने उनके जूतों की तारीफ की और दोनों एक-दूसरे के करीब आते चले गए।
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बातचीत के बीच नॉर्बर्ट वर्गा अपना कैमरा लेने टेंट की ओर गए। जैसे ही वो वापस आने के लिए मुड़े एक जोरदार धमाका हुआ। वो तुरंत अपनी पत्नी लिडिया मकारचुक के पास पहुंचे, जो बुरी तरह घायल हो चुकी थी। बम धमाके लिडिया के भाई और एक दोस्त की मौत हो गई। जबकि उनके हाथ और चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं।
लिडिया ने कहा, ‘सबकुछ बहुत अच्छा चल रहा था। तभी एक जोरदार धमाका हुआ। कुछ नुकीली चीजें उड़कर मेरे चेहरे पर लगीं, मुझे सुनाई देने बंद हो गया था। मैं दर्द से चीख रही थी। जब धुआं हटा तो मैंने देखा कि केवल मैं ही नहीं बाकी लोगों का भी यही हाल था। मुझे बाद में बताया गया कि मेरा भाई अब इस दुनिया में नहीं है।’
बताया जा रहा है कि कपल ने जो आग जलाई थी, उसकी गर्मी के कारण बम में धमाका हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये बम ब्रुसिलोव आक्रमण के समय से आया था, जो रूसियों द्वारा 1916 में ऑस्ट्रिया-हंगरी के खिलाफ चलाए गए एक खूनी अभियान का हिस्सा था।